पुलिस को रास नहीं आ रही जनवरी, जहमत भरे रहे 18 दिन
विनीत तोमर, रोहतक यूं तो आपराधिक वारदातों के मामले में रोहतक कभी भी पीछे नहीं रहता,
विनीत तोमर, रोहतक
यूं तो आपराधिक वारदातों के मामले में रोहतक कभी भी पीछे नहीं रहता, लेकिन 2019 के 18 दिनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहे। अपराधियों ने नए साल के जश्न की रात ही कोटेक म¨हद्रा बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देकर पुलिस के पसीने छुड़ा दिए थे। खास बात यह है कि अभी तक न केवल डकैती की वारदात हुई, बल्कि, हत्या और लूट भी कम नहीं रही।
आपराधिक वारदातों की शुरूआत एक जनवरी की रात से ही हो गई थी। डी-पार्क के नजदीक पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर कार सवार बदमाशों ने कोटेक म¨हद्रा बैंक में करीब साढ़े सात लाख रुपये की डकैती डाली थी। जिस पर पुलिस अभी तक लकीर पीट रही है। दावे तो खूब किए जा रहे हैं कि जल्दी ही अपराधियों पर शिकंजा कस लिया जाएगा, लेकिन जांच एक कदम आगे बढ़ती दिखाई नहीं दी। दूसरे दिन खरावड़ गांव में महिला की हत्या कर दी गई तो तीसरे दिन जींद रोड पर पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम को उखाड़ने का प्रयास किया गया। तीन जनवरी को चिड़ी गांव में अधेड़ की नृशंस हत्या कर दी गई। वहीं चार जनवरी को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में इनसो के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप देशवाल पर जानलेवा हमला कर दिया गया। 7 लोगों ने की आत्महत्या
इन 18 दिनों में आत्महत्या के भी एक के बाद एक कई मामले सामने आए। 5 जनवरी को पीजीआइ के हॉस्टल में एमबीबीएस के छात्र ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर आत्महत्या कर ली थी। वहीं 6 जनवरी को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छात्रा ने फांसी लगा ली थी। इसके अलावा 7 जनवरी को बहु अकबरपुर गांव युवक ने अपनी पत्नी और दो बच्चों की हत्या कर खुद आत्महत्या कर ली थी। यह मामला भी काफी सुर्खियों में रहा। वहीं 16 जनवरी अलग-अलग स्थानों पर दो महिला समेत चार लोगों ने आत्महत्या कर ली थी। 17 जनवरी को इस्माइला में महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या की। यह भी हुई घटना
- 14 जनवरी को कंसाला की आइटीआइ के शिक्षक मनीष की हत्या कर शव पानीपत में फेंका गया
- 14 जनवरी को पाड़ा मुहल्ले में फाय¨रग
- 15 जनवरी को सिटी थाना क्षेत्र में अधेड़ की हत्या
- 16 जनवरी को विशाल नगर के पास बॉ¨क्सग के नेशनल खिलाड़ी से लूटपाट
- 17 जनवरी सिटी थाना क्षेत्र में अधेड़ का शव मिला, हत्या की आशंका
- 18 जनवरी झज्जर के लापता युवक की हत्या कर शव बालंद नहर में फेंका राम रहीम पर सजा के फैसले ने छुड़ा रखे थे पसीने
पुलिस के लिए सबसे अधिक सिरदर्दी राम रहीम पर आने वाला फैसला बना हुआ था। 11 जनवरी को पंचकूला की सीबीआइ कोर्ट ने दोषी ठहराया तो वहीं 17 जनवरी को राम रहीम को सजा सुना दी गई। हालांकि गनीमत रही कि सीबीआइ कोर्ट ने वीडियो कांफ्रें¨सग के जरिए सजा सुनाई। रोहतक पुलिस को डर था कि राम रहीम को जेल से बाहर निकाला गया तो बवाल हो सकता है।