एमडीयू ने जारी की डेटशीट, विरोध में एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने विवि के गेट पर जड़ा ताला

जागरण संवाददाता रोहतक विद्यार्थी संगठनों के विरोध और बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Jun 2020 06:57 AM (IST) Updated:Sun, 21 Jun 2020 06:57 AM (IST)
एमडीयू ने जारी की डेटशीट, विरोध में एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने विवि के गेट पर जड़ा ताला
एमडीयू ने जारी की डेटशीट, विरोध में एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने विवि के गेट पर जड़ा ताला

जागरण संवाददाता, रोहतक

विद्यार्थी संगठनों के विरोध और बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) ने परीक्षा के लिए डेटशीट जारी कर दी। दूसरी ओर महामारी की वजह से पहले से ही परीक्षा का विरोध कर रहे विद्यार्थियों ने विवि प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) के कार्यकर्ताओं ने एमडीयू के गेट नंबर तीन पर परीक्षा कराने के निर्णय के खिलाफ ताला जड़ दिया।

एनएसयूआइ, एबीवीपी, एआइडीएसओ, छात्र युवा समिति ने परीक्षा रद नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शनिवार को एनएसयूआइ कार्यकर्ता प्रदर्शन कुलपति को ज्ञापन देने के लिए विवि के गेट नंबर तीन पर पहुंचे। जहां, सुरक्षाकर्मियों ने विद्यार्थियों को रोक दिया। गुस्साए विद्यार्थियों ने आवागमन वाले मुख्य गेट नंबर-3 पर ताला जड़ दिया व विवि प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। आने-जाने वालों को भी इस वजह से खासी परेशानी रही। सुरक्षाकर्मियों के आग्रह के बावजूद विद्यार्थियों ने गेट पर ही धरना दे दिया। कुछ प्राध्यापकों ने समझाने की कोशिश की लेकिन विद्यार्थी, कुलपति या अन्य बड़े अधिकारी के गेट पर आने की बात पर अड़ गए। करीब दो घंटे के बाद रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा गेट पर पहुंचे। जहां विद्यार्थियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। विद्यार्थियों ने चेताया कि यदि परीक्षा को रद नहीं किया गया तो विवि के गेट पर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। छह जुलाई को होगी पहली परीक्षा

एमडीयू की ओर से जारी डेटशीट के अनुसार छह जुलाई से परीक्षाएं शुरू होंगी। उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षण संस्थानों को जुलाई में परीक्षा कराने के निर्देश थे। एमडीयू प्रदेश की पहली यूनिवर्सिटी है जिसने परीक्षा के लिए डेटशीट जारी की है। पहले व दूसरे वर्ष या सेमेस्टर के विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा के प्रमोट किए जाने के निर्देश उच्चतर शिक्षा विभाग ने दिया था। अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए लिखित परीक्षा कराए जाने का प्रावधान किया था। वर्जन :::

परीक्षा के लिए हमने सारी तैयारी की हुई है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए शारीरिक दूरी और अन्य जरूरी एहतियात बरतने के इंतजाम विवि की तरफ से किए गए हैं। बगैर मास्क के परीक्षार्थी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। विद्यार्थियों की सभी जरूरतों का ध्यान परीक्षा केंद्रों पर रखा जाएगा।

- प्रो. गुलशन लाल तनेजा, रजिस्ट्रार, एमडीयू। हम विवि प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हैं। इस बीच परीक्षाएं रद नहीं की गई तो गेट पर ही धरना दिया जाएगा। हमारी मांग है कि परीक्षा के स्थान पर विद्यार्थियों को 10 फीसद ग्रेस मा‌र्क्स के साथ पास किया जाए। ताकि, महामारी के कारण किसी भी विद्यार्थी की जान जोखिम में हो।

- वीरेंद्र धनखड़, राष्ट्रीय प्रतिनिधि, एनएसयूआइ। विवि प्रशासन का परीक्षा कराने का फैसला निदनीय है। कुलपति अपनी आत्मसंतुष्टी के लिए परीक्षा कराने पर अड़े हैं। एक ही विवि और कक्षा के विद्यार्थियों के परीक्षा पास करने की अलग-अलग नीति भी समझ के परे हैं। परीक्षा रद नहीं की जाती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

- सन्नी नारा, एमडीयू इकाई अध्यक्ष, एबीवीपी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच परीक्षा विद्यार्थियों के साथ मानव बम बनाने जैसा व्यवहार है। विद्यार्थियों के साथ ही विवि के शिक्षकों व गैर शिक्षण कर्मचारियों की जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। बगैर परीक्षा के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के लिए मुहिम चलाएंगे।

- दीपक मलिक, प्रदेश उपाध्यक्ष, इनसो। विवि प्रदेश के विद्यार्थियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। दूसरे राज्यों के विद्यार्थियों को बगैर परीक्षा के पास कर रहे हैं, जबकि हमारी परीक्षाएं ली जा रही है। कोविड-19 के खतरे के बावजूद परीक्षाएं कराना खतरे भरा फैसला है। परीक्षाएं रद होनी चाहिए। हम अंत तक संघर्ष करेंगे।

- लोकेश, जिला अध्यक्ष, छात्र युवा संघर्ष समिति।

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