बैंसी में पशु अस्पताल पर लटका मिला ताला, अजायब में पेयजल आपूर्ति गड़बड़

जिला परिषद की एक बार फिर सख्ती देखने को मिली है। बुधवार को चेयरमैन सतीश भालौठ की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने गांवों में पहुंचकर पेयजल आपूर्ति के सैंपल लिए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Aug 2020 09:41 AM (IST) Updated:Thu, 27 Aug 2020 09:41 AM (IST)
बैंसी में पशु अस्पताल पर लटका मिला ताला, अजायब में पेयजल आपूर्ति गड़बड़
बैंसी में पशु अस्पताल पर लटका मिला ताला, अजायब में पेयजल आपूर्ति गड़बड़

जागरण संवाददाता, रोहतक : जिला परिषद की एक बार फिर सख्ती देखने को मिली है। बुधवार को चेयरमैन सतीश भालौठ की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने गांवों में पहुंचकर पेयजल आपूर्ति के सैंपल लिए। तय रणनीति के तहत पेट्रोल-डीजल पंपों से भी सैंपल लिए गए हैं। चेतावनी दी है कि जांच के बाद गड़बड़ी मिली तो अधिकारियों व संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। दूसरी ओर निरीक्षण के दौरान बैंसी गांव में पशु अस्पताल पर ताला लटका मिला। जबकि अजायब गांव में पेयजल आपूर्ति वाले जलघर में क्लोरीन या फिर अन्य किसी दवा का मिश्रण न मिलने की बात कही गई है।

जिला परिषद के चेयरमैन सतीश भालौठ के नेतृत्व भगवती फिलिग स्टेशन भगवतीपुर, लोर्ड कृष्णा फिलिग स्टेशन चांदी, दुर्गा आयल कंपनी लाखनमाजरा, खत्री ब्रदर्स बैंसी, बाबा हंसाई नाथ किसान केंद्र अजायब, कैलाश फिलिग स्टेशन मदीना, नांदल फिलिग स्टेशन मदीना आदि स्थानों से सैंपल लिए गए। इन्हीं गांवों में पानी के सैंपल भी लिए गए हैं। जलघरों से पेयजल आपूर्ति के हालातों को देखा गया। कुछ स्थानों पर पेयजल आपूर्ति के इंतजामों में लापरवाही को लेकर भी नाराजगी जताई। इस दौरान एसडीओ मुकेश कुमार जनस्वास्थ्य विभाग, बहादुर सिंह हेल्थ इंस्पेक्टर, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र धनखड़, परविद कुमार माप तौल अधिकारी, दलबीर सिंह हुड्डा जेई जनस्वास्थ्य विभाग, वीरेंद्र सिंह जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक, जिला पार्षद एवं कमेटी के सदस्य जेपी भाली भी मौजूद रहे।

औचक निरीक्षण के लिए गठित की गई थी सात सदस्यीय कमेटी

करीब डेढ़ माह पहले जिला परिषद की अहम बैठक हुई थी। इसी बैठक के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति को लेकर लगातार आ रहीं शिकायतों के बाद एक कमेटी गठित की गई। उसी दौरान तय किया गया था कि गांवों में पेयजल आपूर्ति की गुणवत्ता की जांच होगी। पेट्रोल पंपों पर भी औचक छापेमारी करने का फैसला लिया। करीब दो सप्ताह पहले कुछ गांवों में पेयजल आपूर्ति की जांच के लिए सैंपल लिए गए। अगले दिन ही पेट्रोल पंपों पर छापेमारी होनी थी। लेकिन बात लीक होने के कारण कुछ दिनों के छापेमारी टाल दी गई थी।

कमेटी में इन्हें किया शामिल

जिला परिषद चेयरमैन सतीश भालौठ की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी। इस सात सदस्यीय कमेटी में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, सिविल सर्जन/प्रतिनिधि, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक, जिला परिषद के उप प्रधान राजेंद्र कुमार, पार्षद जेपी भाली को शामिल किया गया है। वर्जन

ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति के हालात सुधरें, इसे लेकर हमने प्रयास शुरू किए हैं। पंपों पर भी निरीक्षक का यही मकसद है कि गुणवत्ता के विपरीत ऑयल न मिले।

सतीश भालौठ, चेयरमैन, जिला परिषद

chat bot
आपका साथी