किसानों की आय दोगुणी करने में कारगर है भावांतर : डीसी

फसलों के विविधीकरण तथा बागवानी के जरिए किसानों की आय दोग

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Nov 2018 10:25 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 10:25 AM (IST)
किसानों की आय दोगुणी करने में कारगर है भावांतर : डीसी
किसानों की आय दोगुणी करने में कारगर है भावांतर : डीसी

जागरण संवाददाता, रोहतक : फसलों के विविधीकरण तथा बागवानी के जरिए किसानों की आय दोगुनी करने में कारगर हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी भावांतर भरपाई योजना के तहत इन दिनों आलू की फसल का ऑनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। यह बात जिला उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कही। उन्होंने बताया कि किसान फूलगोभी के लिए 15 नवंबर से प्याज के लिए पंजीकरण 20 दिसंबर से तथा टमाटर के लिए 15 दिसंबर से किसान फसल का पंजीकरण करा सकेंगे। उन्होंने किसानों को भावांतर भरपाई योजना के तहत अपनी फसल का पंजीकरण समय पर कराने का आह्वान किया है। फसल का पंजीकरण हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की वेबसाइट पोर्टल के जरिए कर घर बैठे मोबाइल पर अथवा आसपास के अटल सेवा केंद्र या जिला बागवानी अधिकारी के माध्यम से किया जा सकता है। प्रति एकड़ उत्पादन व मूल्य को मिलेगा संरक्षण

डा. यश गर्ग ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य मंडी में सब्जी की कम कीमतों के दौरान किसानों को निर्धारित संरक्षणित मूल्य के जरिए जोखिम को कम करना, कृषि में विविधिकरण के लिए प्रोत्साहन करना है। योजना के तहत पहले चरण में टमाटर आलू, प्याज व फूलगोभी को शामिल किया गया है। आलू का संरक्षित मूल्य 400 रुपए प्रति ¨क्वटल, प्याज का 500 रुपए, टमाटर का 400 रुपए तथा फूलगोभी का 500 रुपए प्रति ¨क्वटल निर्धारित किया गया है। संरक्षित मूल्य के साथ प्रति एकड़ उत्पादन का निर्धारण आलू के लिए 120 ¨क्वटल प्रति एकड़, प्याज का 100 ¨क्वटल प्रति एकड़, टमाटर का 140 ¨क्वटल प्रति एकड़ तथा फूल गोभी का 100 ¨क्वटल प्रति एकड़ निर्धारित किया गया है। पट्टेदार व काश्तकार को भी मिलेगा संरक्षण

उपायुक्त ने बताया कि मंडी में निर्धारित अवधि के दौरान सब्जी के कम दाम में बिकने पर पंजीकृत किसानों को संरक्षित मूल्य तक भाव के अंतर की सरकार भरपाई करेगी। पंजीकरण के लिए यह रहेगी अवधि

उपायुक्त ने बताया कि पंजीकरण के उपरांत किसानों को बागवानी विभाग की ओर से फसल का प्रमाणीकरण किया जाएगा। अगर किसान प्रमाणीकरण से संतुष्ट न हो तो विभाग में अपील दायर करने का प्रावधान भी योजना में शामिल है। उन्होंने बताया कि आलू के लिए पंजीकरण कराने के लिए 30 नवंबर तक, प्याज के लिए 20 दिसंबर से 15 फरवरी तक, टमाटर के लिए 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक तथा फूलगोभी के लिए 15 नवंबर से 31 दिसंबर तक निर्धारित की गई है। जीवन की खुशहाली का साधन है सहकारिता : अहलावत

रोहतक : सहकारी चीनी मिल भाली आनंदपुर रोहतक में शनिवार 65वां सहकारी सप्ताह आयोजित किया गया। सहकारिता विषय पर विचार गोष्ठी हुई। मिल के प्रबंध निदेशक प्रदीप अहलावत ने कहा कि सहकारिता आम आदमी के जीवन की खुशहाली का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने वर्तमान परिवेश में सहकारिता की सफलताओं के मूलमंत्रों की जानकारी देते हुए कहा कि हम जो भी सहकारी संस्थाओं से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए है, उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से निभाना चाहिए। ऐसा करके ही सहकारिता मजबूत होगी। हरकोफैड के शिक्षा अनुदेशक सत्यनारायण हुड्डा ने कहा कि सहकारिताओं के सामने बढिया नेतृत्व, पूंजी का अभाव एवं कुशल प्रबंध की कमी जैसी अनेक चुनौतियां है। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक द्वारा सहकारी झंडे का ध्वजारोहण किया गया। समरी लोक अदालत में 334 केसों का निपटारा

रोहतक : जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के चेयरमैन संत प्रकाश की अध्यक्षता में शनिवार को समरी लोक अदालत का आयोजन किया गया। समरी लोक अदालत में 630 केसों पर सुनवाई हुई, इसमें 334 केसों का निपटारा किया गया। इस दौरान करीब 21600 रुपये की राशि भी वसूल की गई। जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुकीर्ति ने बताया की केसों की सुनवाई व निपटारे के लिए चार बैंच बनाए गए और केसों का मौके पर ही निपटारा किया गया। सीजेएम सुकीर्ति ने कहा समरी अदालतों से लोगों सस्ता एवं जल्द न्याय मिलता है।

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