सुनिश्चित होगी दूसरे राज्यों के लोगों की पहचान

हम बात यह है कि उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने भी बृहस्पतिवार को जिले में रह रहे अन्य राज्यों के लोगों का सत्यापन कराने के लिए सीआरपीसी की धारा-144 के तहत पुलिस अधीक्षक को आदेश जारी किए है। जिला में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के लोग रह रहे है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 06:37 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 06:37 PM (IST)
सुनिश्चित होगी दूसरे राज्यों के लोगों की पहचान
सुनिश्चित होगी दूसरे राज्यों के लोगों की पहचान

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: दो दिन पूर्व ही जिला के साथ लगते नारनौल में ईंट भट्ठे से 25 बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने पकड़ा था। जिला भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी कई गांवों में सैकड़ों की तादाद में बांग्लादेशी रह रहे हैं। हालांकि अहम बात यह है कि ज्यादातर लोगों ने अब अपने पहचान पत्र बनवा लिए हैं। यही पहचान पत्र अब इन बांग्लादेशियों की सही पहचान में आड़े आ रहे हैं। गुप्तचर विभाग की टीमें लगातार ऐसे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान में जुटी है। वहीं अहम बात यह है कि उपायुक्त यशेंद्र सिंह ने भी बृहस्पतिवार को जिले में रह रहे अन्य राज्यों के लोगों का सत्यापन कराने के लिए सीआरपीसी की धारा-144 के तहत पुलिस अधीक्षक को आदेश जारी किए है। जिला में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के लोग रह रहे है।

आपराधिक वारदात में संलिप्तता का संदेह

गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा के मद्देनजर बड़े स्तर पर दूसरे देशों व दूसरे राज्यों से आए लोगों की पहचान सुनिश्चित की जा रही है। शहर में ही भाड़ावास रोड पर रेलवे लाइन के साथ-साथ झुग्गियों में कई अनजान चेहरे रह रहे हैं। वहीं डहीना हो या फिर पटौदी रोड के कई अन्य गांव, यहां भी बड़ी तादाद में ऐसे संदिग्ध लोग रह रहे हैं जिनकी भाषा भी किसी से मेल नहीं खाती। भाड़ावास रोड पर झुग्गी झोपड़ी में रह रहे कुछ युवक तो चार-पांच वर्ष पूर्व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हरीश यादव के घर में डकैती डालने की वारदात में शामिल पाए गए थे। दूसरे राज्यों के लोग भी आपराधिक गतिविधियों में अकसर पकड़े जाते हैं। कुछ वर्ष पहले धारूहेड़ा में एक आठ वर्ष के बच्चे का अपहरण कर हत्या करने वाले आरोपित का मकान मालिक द्वारा पुलिस सत्यापन नहीं कराया गया था। इससे पहले बावल में एक बच्ची के अपहरण व एक बच्ची से दुष्कर्म कर हत्या करने वाले आरोपितों का भी सत्यापन नहीं हुआ था। हालांकि पुलिस को आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली गई थी। यदि आरोपित फरार हो जाते तो बिना किसी पहचान के उन तक पहुंचना आसान नहीं होता। कुछ दिन पहले रेलवे के सामान चोरी में रेलवे सुरक्षा बल ने पश्चिम बंगाल के रहने आरोपितों को गिरफ्तार किया था।

उपायुक्त ने जारी किए आदेश

धारा 144 के तहत जारी अपने आदेशों में उपायुक्त ने कहा है कि जिला में स्थित औद्योगिक इकाइयों में बड़ी संख्या में अन्य राज्यों के श्रमिक काम करते हैं तथा यहीं पर रह रहे हैं। इनमें स्थायी व अस्थायी दोनों कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने पुलिस से सभी के गृह क्षेत्र से सत्यापन कराने के आदेश दिए हैं। उपायुक्त ने सहायक श्रम आयुक्त को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। नोडल अधिकारी द्वारा संबंधित थाना एसएचओ से यह कार्य कराने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त के आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ आइपीसी की धारा-188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

-------

सेक्टर एक में रातों रात खड़ा कर लिया मकान

दूसरे राज्यों के लोग शहर में अवैध कब्जे करके पक्के मकान भी बना रहे हैं। खुद को बांग्लादेश का बताने वाले एक परिवार ने शहर के सेक्टर एक में नाले के साथ-साथ ही अपना मकान भी खड़ा कर लिया है। यह परिवार पहले यही झुग्गी में रहता था। नप चुनाव के दौरान रातों रात सेक्टर की बेशकीमती जमीन पर ही इस परिवार ने कब्जा जमाना शुरू कर दिया है।

-------

कोई भी असामाजिक तत्व गलत तरीके से जिला में छिपकर न रह सके इसको लेकर ही सत्यापन के आदेश जारी किए गए हैं। जिनके पास पहचान पत्र हैं उनको घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।

-यशेंद्र सिंह, उपायुक्त

chat bot
आपका साथी