पुरानी किताबें कबाड़ी के बजाय संस्था में दान करने का आह्वान

दिवाली में घर और प्रतिष्ठानों की साफ सफाई जोर शोर से चल रही है। इस दौरान लोग पुरानी किताबें रद्दी में बेचते हैं। इनका सदुपयोग किया जाए तो जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। सामाजिक संस्था युवा शक्ति समाज सेवा मंच ने कबाड़ में मिली किताबों को एकत्रित कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष यशवंत यादव ने बताया कि संस्था जल्द ही ऐसी लाइब्रेरी शुरू करने जा रही है जहां घरों में बेकार रखी किताबों को दान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में लाइब्रेरी रेवाडी जिले के सादतनगर गांव (नयागांव) में शुरू होगी। उन्होंने बताया कि संस्था के सदस्यों ने लोगों से साफ सफाई के दौरान मिली किताबों को कबाड़ी को न बेचते हुए संस्था को सौंपने का आग्रह किया है ताकि ये किताब कोई जरूरतमंद व्यक्ति पढ़ सके। ऐसे आया आइडिया :

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Nov 2018 04:50 PM (IST) Updated:Sun, 04 Nov 2018 04:50 PM (IST)
पुरानी किताबें कबाड़ी के बजाय संस्था में दान करने का आह्वान
पुरानी किताबें कबाड़ी के बजाय संस्था में दान करने का आह्वान

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी: दिवाली में घर और प्रतिष्ठानों की साफ सफाई जोर शोर से चल रही है। इस दौरान लोग पुरानी किताबें रद्दी में बेचते हैं। इनका सदुपयोग किया जाए तो जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। सामाजिक संस्था युवा शक्ति समाज सेवा मंच ने कबाड़ में मिली किताबों को एकत्रित कर जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का जिम्मा उठाया है। संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष यशवंत यादव ने बताया कि संस्था जल्द ही ऐसी लाइब्रेरी शुरू करने जा रही है जहां घरों में बेकार रखी किताबों को दान किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में लाइब्रेरी रेवाडी जिले के सादतनगर गांव (नयागांव) में शुरू होगी। उन्होंने बताया कि संस्था के सदस्यों ने लोगों से साफ सफाई के दौरान मिली किताबों को कबाड़ी को न बेचते हुए संस्था को सौंपने का आग्रह किया है ताकि ये किताब कोई जरूरतमंद व्यक्ति पढ़ सके। ऐसे आया आइडिया :

उन्होंने बताया कि वे पिछले डेढ़ दशक से शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं। इस दौरान बहुत से बच्चे देखे जो पढ़ना तो चाहते हैं लेकिन संसाधनों की कमी के चलते वे किताबें नहीं खरीद पाते हैं। बस इसी वजह से उन्होंने अपनी संस्था के माध्यम से यह पहल शुरू की है। उन्होंने संस्था के सदस्यों से चर्चा कर ऐसी लाइब्रेरी शुरू करने की सोची है। इस लाइब्रेरी में पुरानी किताबों के अलावा सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें, रोजगार समाचार पत्र, दैनिक समाचार पत्र व मासिक पत्रिकाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि गांव के युवा बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं मे सफलता प्राप्त कर सके। यहां कर सकते हैं किताबें दान:

यशवंत यादव ने बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति या लाइब्रेरी आदि पुरानी किताबों को दान करना चाहे तो सादतनगर गांव में संस्था के मुख्यालय में संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए मोबाइल नंबर 7988475343, 9416751307 पर संस्था के सदस्यों से संपर्क कर सकते हैं।

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