बदलता मौसम बीमारियों को आमंत्रण

मौसम का बदलता मिजाज और बारिश के चलते बीमारियां भी फैल रही हैं। अस्पतालों में विभिन्न प्रकार के बीमारियों से ग्रसित मरीज उपचार करा रहे हैं। तापमान में कमी आने के साथ गर्मी से राहत मिलने के साथ मलेरिया, डेंगू व जलजनित बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। लोगों में डेंगू का डर सता रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी इस माह चार डेंगू के मरीजों की पुष्टि कर चुका है। ऐसे में लोग थोड़ी सी परेशानी होने पर डेंगू या मलेरिया की संभावना बताकर दवा लेना शुरू करते हैं। कई बार बिना जांच के ही दवा सेवन करने से मर्ज बिगड़ने की संभावना ज्यादा रहती है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 07:39 PM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 07:39 PM (IST)
बदलता मौसम बीमारियों को आमंत्रण
बदलता मौसम बीमारियों को आमंत्रण

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी : मौसम का बदलता मिजाज और बारिश के चलते बीमारियां भी फैल रही हैं। अस्पतालों में विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित मरीज उपचार करा रहे हैं। तापमान में कमी आने के साथ गर्मी से राहत मिलने के साथ मलेरिया, डेंगू व जलजनित बीमारियों के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। लोगों में डेंगू का डर सता रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी इस माह चार डेंगू के मरीजों की पुष्टि कर चुका है। ऐसे में लोग थोड़ी सी परेशानी होने पर डेंगू या मलेरिया की संभावना बताकर दवा लेना शुरू करते हैं। चिकित्सकों के अनुसार कई बार बिना जांच के ही दवा सेवन करने से मर्ज बिगड़ने की संभावना ज्यादा रहती है। चिकित्सकों ने किसी प्रकार की परेशानी होने पर परामर्श के बाद ही दवा का सेवन करने की सलाह दी है। डेंगू की संभावना पर हो रहा मरीजों का इलाज :

निजी अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों का उपचार प्लेट्लेटस कम होने पर डेंगू की संभावना पर उपचार करा रहे हैं। निजी अस्पतालों में कार्ड विधि से होने वाली जांच में प्लेटलेट्स कम दिखाने के कारण मरीजों को भर्ती कर उपचार कर रहे हैं। निजी अस्पताल संचालकों पर मलेरिया, डेंगू, चिकनगूनिया की पुष्टि करने पर प्रतिबंध होने के कारण संभावना दिखाकर उपचार कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मॉनिट¨रग नहीं होने के कारण मरीजों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। निजी अस्पताल संचालक विभाग को मलेरिया, डेंगू, चिकनगूनिया की पुख्ता रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं।

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निजी अस्पताल संचालकों के साथ लैब संचालकों को लोगों में भ्रम नहीं फैलाने के सख्त निर्देश दिए हैं। नागरिक अस्पताल में एलाइजा टेस्ट विधि से मलेरिया, डेंगू व चिकनगूनिया की जांच की सुविधा निश्शुल्क उपलब्ध है। चिकित्सकों की भी कमी नहीं हैं। निजी अस्पतालों में कार्ड विधि से जांच करने के बाद इलाज हो रहा है लेकिन यह बीमारी की पुष्टि नहीं करती। कोई भी लैब संचालक या निजी अस्पताल मरीजों से डेंगू, मलेरिया या चिकनगूनिया की जांच के लिए 600 रुपये से अधिक रुपये नहीं ले सकता। निजी अस्पताल व लैब संचालकों के साथ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को विशेष जागरुकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए हैं। विभाग के मलेरिया कर्मचारियों से भी लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।

-डॉ. कमल मेहरा, मलेरिया नोडल अधिकारी।

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