गीता जयंती में छा गई हरियाणवी संस्कृति, पगड़ी-सेल्फी प्वाइंट बने शान

बाल भवन में बनाए गए गीतापुरम में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय प्रतियोगिता

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Dec 2021 10:40 PM (IST) Updated:Sun, 12 Dec 2021 10:40 PM (IST)
गीता जयंती में छा गई हरियाणवी संस्कृति, पगड़ी-सेल्फी प्वाइंट बने शान
गीता जयंती में छा गई हरियाणवी संस्कृति, पगड़ी-सेल्फी प्वाइंट बने शान

जागरण संवाददाता, रेवाड़ी:

बाल भवन में बनाए गए गीतापुरम में आयोजित तीन दिवसीय जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में हरियाणवी संस्कृति ने अपनी अलग ही छाप छोड़ी। हरियाणवी कलाकारों और स्कूली बच्चों ने एक बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी, जिनको देखकर हर कोई झूमने पर मजबूर हो गया। सांस्कृतिक मंच से विख्यात आर्टिस्ट प्रदीप जैलपुरिया व सांस्कृतिक विधा से जुड़ी डा. ज्योत्स्ना यादव ने बेहतरीन सामंजस्य बनाये रखते हुए दर्शकों को मुख्य मंच व महोत्सव की गतिविधियों से जोड़े रखा।

गीतापुरम में हर स्थल सार्थक संदेश देने के साथ ही पूर्ण रूप से सारगर्भित नजर आया। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, अमर शहीद राव तुलाराम के जीवन वृतांत को दर्शाती प्रदर्शनी, रेजांग ला के अमर शहीदों के गौरवशाली इतिहास का ज्ञान कराती स्टाल, बाल कल्याण परिषद, पुलिस विभाग/आरएसओ, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास, रेडक्रास सोसायटी, बागवानी, खाद्य एवं पूर्ति विभाग, कृषि, राष्ट्रीय ग्रामीण/शहरी आजीविका मिशन, स्वास्थ्य विभाग, खेल एवं युवा कार्यक्रम, जनस्वास्थ्य विभाग, डिजिटल एनआइसी, मत्स्य पालन विभाग, हैफेड, महिला उद्यमी एवं हस्तकला, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आयुष विभाग, इस्कान, ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, जीयो गीता, नवप्रेरणा संस्था, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग सहित आर्य साहित्य केंद्र की ओर से महोत्सव में स्टाल लगाई गई।

पगड़ी बंधवाने की रही होड़ :

गीतापुरम में आयोजित गीता महोत्सव के पहले दिन हर आयु वर्ग के लोगों ने पगड़ी बंधवाकर गर्व महसूस किया। यशवीर और रविद्र की जोड़ी ने मुख्य अतिथि से लेकर आम लोगों तक को हरियाणवी पगड़ी बांधी। वहीं पांडाल में ही सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया था। रथ में भगवान श्रीकृष्ण एवं अर्जुन का कटआउट लगाकर बनाया गया सेल्फी प्वाइंट हर किसी को भाया तथा बच्चे हों या युवा, महिलाएं हो या पुरुष सभी ने वहां पर फोटो खिचवाए। हरियाणवी गीतों पर धमाल, भरतनाट्यम ने मोहा मन

इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई। अंतरराष्ट्रीय कलाकार गुरु वाणी राजमोहन, कनाडा से आई मैरी एलेंगोवन व दीपावली असरा की टीम ने भरतनाट्यम की ऐसी प्रस्तुति दी कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। इनकी भाव भंगिमाओं ने भगवान श्रीकृष्ण एवं भगवान श्रीराम के भजनों का पूर्ण चित्रण कर दिया। आरपीएस धारूहेड़ा की टीम ने देशभक्ति समूहगान, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा आरती ने रागनी, आर्टिस्ट प्रदीप जैलपुरिया ने लाडो रानी रैप, आरपीएस धारूहेड़ा की टीम ने राधे कृष्ण नृत्य, राकवमावि की टीम का समूह नृत्य, राज इंटरनेशनल स्कूल टीम द्वारा एकल अभिनय-अश्वत्थामा संवाद, रावमावि बावल के अरमान, ललित द्वारा एकल नृत्य, उमा भारती स्कूल द्वारा श्लोकोच्चारण, लियाकत अली द्वारा हरियाणवी आर्केस्टा, रावमावि बावल द्वारा समूह गान गीता थीम, राकवमावि रेवाड़ी द्वारा एकल हरियाणवी लोक नृत्य, रूही मदान एवं लायन्स क्लब महिला विग द्वारा भजन व श्लोकोच्चारण, रागनी, इस्कान टीम द्वारा संकीर्तन के साथ ही लावण्या फाउंडेशन द्वारा देशभक्ति नृत्य की प्रस्तुति ने महोत्सव को भव्य बना दिया गया। बुजुर्ग दंपती शशि जुनेजा और अशोक जुनेजा ने भगवान श्रीकृष्ण के भजन पर मंच पर ऐसी प्रस्तुति दी कि हर कोई ताली बजाने पर मजबूर हो गया।

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