एम्स की जमीन के लिए की गई निशानदेही

संवाद सहयोगी, कुंड: अंतरिम बजट व कुरुक्षेत्र में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मनेठी में मनेठी में अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) बनने की घोषणा के बाद इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। केंद्रीय टीम व स्थानीय प्रशासन एम्स पर कार्य कर रहे है। करीब 260 एकड़ में एम्स का निर्माण होगा। एम्स की जमीन के लिए प्रशासन की ओर से भेजी गई टीम द्वारा निशानदेही की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Feb 2019 07:32 PM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 07:32 PM (IST)
एम्स की जमीन के लिए की गई निशानदेही
एम्स की जमीन के लिए की गई निशानदेही

संवाद सहयोगी, कुंड: अंतरिम बजट व कुरुक्षेत्र में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मनेठी में मनेठी में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनने की घोषणा के बाद इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है। केंद्रीय टीम व स्थानीय प्रशासन एम्स पर कार्य कर रहे है। करीब 260 एकड़ में एम्स का निर्माण होगा। एम्स की जमीन के लिए प्रशासन की ओर से भेजी गई टीम द्वारा निशानदेही की गई है।

टीम में शामिल गिरदावर राजकुमार, पटवारी धीरेंद्र कुमार व वन विभाग के दरोगा जितेंद्र कुमार द्वारा मनेठी में पहुंच कर जमीन की पैमाइश की गई तथा निशानदेही भी की गई है। ग्राम पंचायत मनेठी द्वारा एम्स के लिए जमीन उपलब्ध कराई गई है। पैमाईश व निशानदेही के दौरान एम्स संघर्ष समिति के अध्यक्ष श्योताज सरपंच, जिला पार्षद आजाद ¨सह नांधा, ओमप्रकाश सैन, देशराज, कैप्टन लाल चंद, राजेश व सीताराम सहित अन्य सदस्य व ग्रामीण भी मौजूद रहे।

यहां बता दें कि एम्स के लिए बस स्टैंड स्थित मनेठी उप तहसील परिसर के सामने ग्रामीणों ने 127 दिनों तक धरना दिया था। ग्रामीणों के आंदोलन व जनप्रतिनिधियों व प्रदेश सरकार के प्रयासों के बाद केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में एम्स बनाने की घोषणा की है। घोषणा के बाद भी एम्स के निर्माण को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थी। परंतु 12 फरवरी को कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मनेठी में एम्स के निर्माण की घोषणा के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है।

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