सुशिक्षित समाज

शिक्षा के प्रकाश से कर रहे अंधेरी राहे रोशन फोटो: 22 एनएआर 25 राजेंद्र कुमार, नारनौल: कहावत है

By Edited By: Publish:Sun, 21 Dec 2014 06:02 PM (IST) Updated:Sun, 21 Dec 2014 06:02 PM (IST)
सुशिक्षित समाज

शिक्षा के प्रकाश से कर रहे अंधेरी राहे रोशन

फोटो: 22 एनएआर 25

राजेंद्र कुमार, नारनौल: कहावत है शिक्षा से बढ़कर कोई दान नहीं है। समाज में आज भी ऐसी शख्सियतों की कमी नहीं है जो निस्वार्थ भाव से अनपढ़ता की अंधेरी राहों को शिक्षा के प्रकाश से रोशन करने में जुटे हुए हैं। ऐसे ही एक शख्स है नारनौल के आदर्श नगर निवासी राजेश यादव जो जरूरतमंद व गरीब बच्चों के जहन में शिक्षा की लौह जगा रहे हैं।

राजेश यादव ने नारनौल सुभाष चंद्र बोस पार्क के निकट सत्यम् विद्यालय के नाम से एक स्कूल चला रहे हैं। जहां गरीब बच्चों के साथ-साथ किसी भी बच्चों से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं किया जाता। इसके साथ-साथ गरीब बच्चों को किताबें व स्टेशनरी का सामान भी निशुल्क दिया जाता है। फिलहाल यह विद्यालय नर्सरी से चौथी कक्षा तक चल रहा है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सुसंस्कारवान भी बनाया जा रहा है।

झुग्गियों में जाकर बच्चों को बढ़ाने के लिए करते हैं जागरूक:

सत्यम ्स्कूल के संचालक राजेश यादव व उनके साथी अध्यापक सुनील सैनी शहर में स्थित झुग्गियों में जाकर ऐसे बच्चों की तलाश करते है जो किसी कारण वश पढ़ाई नहीं कर पाते या जिनके अभिभावक बच्चों को पढ़ाने में उदासीन है। ऐसे बच्चों को स्कूल के द्वार तक पहुंचाने के लिए प्रयास तो करते है ही साथ ही बच्चों को पढ़ाने के लिए उनके अभिभावकों को भी को प्रेरित करते हैं।

-----

शिक्षा ही एक ऐसा अचूक अस्त्र है जिससे सामाजिक बुराईयों को दूर करने के साथ-साथ युवा पीढ़ी को सही दिशा दी जा सकती है। इस लिए मैं व उनके साथी अध्यापक ने ऐसे बच्चों को शिक्षित करने का बीड़ा उठाया है जो किसी कारण वश स्कूल की दहलीज तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

-राजेश कुमार, मुख्याध्यापक।

chat bot
आपका साथी