केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले, महिलाओं को 30 फीसद ज्यादा वेतन मिलने से मिलेगा सम्मान

केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि महिला उत्थान तभी हो सकता है जब उन्हें नौकरी में पुरुषों के मुकाबले 30 फीसद ज्यादा वेतन मिले।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 30 Jul 2017 11:07 AM (IST) Updated:Sun, 30 Jul 2017 11:08 AM (IST)
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले, महिलाओं को 30 फीसद ज्यादा वेतन मिलने से मिलेगा सम्मान
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह बोले, महिलाओं को 30 फीसद ज्यादा वेतन मिलने से मिलेगा सम्मान

जेएनएन, पानीपत। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकारी नौकरियों में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले 30 फीसद ज्यादा वेतन देने से उसे घर में विशेष सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक दृष्टि से सोच बदलेगी तो समाज की व्यवस्था में भी परिवर्तन आएगा। संसद व विधानसभा में 33 फीसद आरक्षण से भी देशभर में महिलाएं सशक्त होंगी।

केंद्रीय इस्पात मंत्री गत दिवस एक संस्था की ओर से सेक्टर 25 स्थित लक्ष्मी गार्डन में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न राज्यों की 11 महिलाओं को उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत किया।  उन्होंने कहा कि महिलाओं को सम्मानित किया जाना अब समय की जरूरत बन गई है। परिवर्तन का युग है। सामाजिक, धार्मिक व आर्थिक बदलाव से ये मान्यता बनी है। धार्मिक मान्यताओं के बदलाव का परिणाम है कि तीन तलाक पर चर्चा करने लगे हैं। मुस्लिम समाज की महिलाओं को कोई नहीं कहता है कि धर्म की पाबंदी में रहें। जहां नारियां पूजी जाती हैं, वहीं देवता का वास होता है।

इन महिलाओं को मिला सम्मान

1. जार्जुम ऐटे, अरुणाचल
महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं। आदिवासी महिलाओं के सशक्तीकरण पर कार्य कर रही हैं। इनके प्रयासों से वनवासी जमीनों का एक्ट बना है।

2. उर्मिला श्रीवास्तव
सर्वोदय आश्रम हरदोई उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष हैं। पति रमेश के साथ मिलकर महिला शिक्षा पर कार्य किया। छह महिला आश्रम स्कूल चला रही हैं।

3. कुसुम जौहरी
लखनऊ की रहने वाली हैं और निर्मला देशपांडे से प्रेरणा लेकर आजीवन ब्रह्मचारिणी रहने का व्रत लिया। पूर्वांचल में महिला आश्रम स्कूल चला रही हैं।

4. विमला सक्सेना
विनोबा सेवा आश्रम शाहजहांपुर, उत्तर प्रदेश की सचिव हैं। पूरे इलाके के 600 गांवों में महिलाओं को शिक्षा व रोजगार दिलाने का कार्य कर रही हैं। 

5. कंचन सागर
पानीपत में समाजसेवा से जुड़ी हैं। समिति बना कर नारियों के कल्याण के लिए कार्य कर रही हैं। 

6. डॉ. मालती थापर
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री पंजाब
निर्मला देशपांडे ने 1982 में जब पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ पदयात्रा की तो उनसे जुड़ गईं। पंजाब के मोगा व लुधियाना में शांति कार्य किया।

7. सुधा शर्मा
मुंबई निवासी अभिनेत्री ने सामाजिक समरसता के मुद्दे पर बड़े व छोटे पर्दों पर कार्य किया है।

8. हीना चक्रवर्ती
पश्चिम बंगाल की रहने वाली चित्रकार हैं। गांधी, विनोबा व निर्मला देशपांडे के जीवन पर चित्र बनाती हैं। कस्तूरबा म्यूजियम इन्हीं के निर्देशन में बना है।

9. नीलिमा कामराह 
निर्मला देशपांडे के नाम पर गल्र्स होस्टल बनाया है। गुरुग्राम में एआइआइटी की रजिस्ट्रार हैं।

10. नजमा नाहिद
उड़ीसा की रहने वाली हैं। मुस्लिम महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही हैं।

11. अनार बेन पटेल
अहमदाबाद की रहने वाली हैं। गुजरात के गांवों में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए लघु व हस्त उद्योग स्थापित किया।

अपने बच्चों को विदेश भेजें किसान : बीरेंद्र

इसराना (पानीपत) : केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया बदल रही है। किसान को भी अपने आपको बदलना होगा। खेती छोटे छोटे हिस्सों में बंट रही है। इसलिए किसान अपने बच्चों को विदेशों में जाकर काम करने के लिए प्रेरित करें। वह शनिवार को नौल्था गांव में आयोजित कार्यक्रम बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कम जमीन में भी अधिक लाभ कमाया जा सकता, लेकिन इसके लिए खेती के तरीके बदलने पड़ेंगे। जैविक, ग्रीन हाउस या पॉली हाउस से खेती करके चार से पांच गुणा मुनाफा बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के नाम पर कुछ लोग आपसी भाईचारा बिगाडऩा चाहते हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।

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