Haryana Weather Update: मौसम को लेकर अलर्ट, बूंदाबांदी के बाद हरियाणा में बढ़ ये खतरा

Haryana Weather Update मौसम ने एक बार फिर किसानों की चिंता बढ़ा दी है। हरियाणा के कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी शुरू हो गई है। वहीं अब एक और खतरा मंडरा रहा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हरियाणा में ओलावृष्टि भी हो सकती है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 01:05 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 01:05 PM (IST)
Haryana Weather Update: मौसम को लेकर अलर्ट, बूंदाबांदी के बाद हरियाणा में बढ़ ये खतरा
हरियाणा के कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी हुई है।

करनाल, जेएनएन। Haryana Weather Update: उत्तर भारत के पहाड़ों से लेला हुआ है। बादल दिल्ली-एनसीआर तक पहुंच गए हैं और बारिश की गतिविधियां पंजाब और हरियाणा में कुछ स्थानों पर शुरू हो गई हैं। क्षेत्र में अल सुबह बूंदाबांदी का दौर शुरू हो गया। वर्तमान मौसमी स्थितियों को देखते हुए अनुमान है कि 23 और 24 मार्च को पंजाब के अधिकांश इलाकों, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तरी और उत्तर पश्चिमी तथा उत्तर पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

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24 मार्च से मौसमी की गतिविधियां काफी कम हो जाएंगी लेकिन उत्तरी हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के भागों में कुछ स्थानों पर 24 मार्च को भी गरज के साथ हल्की बरसात बूंदाबांदी होने की संभावना बनी रहेगी। सबसे ज्यादा गतिविधियां 23 मार्च यानी मंगलवार को संभावित हैं जब पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है और बादलों की गर्जना के साथ ओले गिरने की संभावना रहेगी।

इस सीजन में अब तक हुई बरसात के आंकड़ों पर नजर डालें तो एक से 21 मार्च के बीच उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 66 प्रतिशत कम वर्षा रिकार्ड की गई है। इस दौरान जहां लगभग 35 मिलीमीटर वर्षा होनी थी वहां 11 मिलीमीटर बारिश हुई है। हरियाणा में 68 फीसदी कम बरसात हुई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई, वहीं न्यूतनम तापमान उछाल के साथ 17.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसदी दर्ज की गई है। हवा 3.8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।

केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में बूंदाबादी का दौर जारी रह सकता है। मार्च माह के बचे दिनो में न्यूनतम तापमान 30.0 डिग्री से नीचे बने रहने की संभावना है। यानि गर्मी केवल अप्रैल माह में ही देखने को मिलेगी, इससे पहले तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा।

अधिक बारिश हुई तो गेहूं की फसल को होगा नुकसान

कुरुक्षेत्र में सोमवार को सुबह आई बारिश से राहत मिली, मगर तेज हवाओं के साथ हुई बारिश ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। सोमवार को दो एमएम बारिश हुई, जिससे फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ, अगर अधिक बारिश होती है तो गेहूं की फसल को नुकसान होगा। सोमवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का कहना है कि दिन भर बादल छाए रहेंगे और हल्की छींटाछांटी भी हो सकती है।

खेतों में गेहूं की फसल पक कर तैयार है। पिछले कई दिनों के लगातार बढ़ रही गर्मी से लग रहा था कि मार्च माह के आखिरी सप्ताह में किसान गेहूं की कटाई का कार्य आरंभ कर देंगे और सरकार की ओर से एक अप्रैल से शुरू होने वाली गेहूं की सरकारी खरीद से पहले ही मंडियों में गेहूं पहुंच जाएगी। सोमवार को हुई बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। छह माह की फसल पर काले बादल मंडरा रहे हैं। ऐसे में किसानों को चिंता है कि अगर अधिक बारिश हुई तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। वहीं तेज हवाओं ने फसल को नुकसान पहुंच रहा है। किसान तरसेम सिंह, महावीर सिंह व हाकम सिंह का कहना है कि खेतों में गेहूं की फसल तैयार खड़ी है। ऐसे में बारिश फसल को खराब कर सकती है।

कल भी हो सकती है बारिश

मौसम विभाग का कहना है कि मंगलवार को भी बारिश की संभावना है। जिससे तापमान में भी तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। उसके बाद मौसम साफ होगा और तापमान में भी वृद्धि होगी। मौसम विभाग ने किसानों को पछेती फसल में पानी न देने की सलाह दी है।

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