दर्दनाक: लेने जाना था दुुल्हन, दूल्हा लेकर आया बड़े भाई का शव

कुरुक्षेत्र में हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। एक घर में दूल्हन आनी थी लेकिन दूल्हे को भाई की लाश लेने जाना पड़ा।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 22 Feb 2020 07:36 PM (IST) Updated:Sat, 22 Feb 2020 08:48 PM (IST)
दर्दनाक: लेने जाना था दुुल्हन, दूल्हा लेकर आया बड़े भाई का शव
दर्दनाक: लेने जाना था दुुल्हन, दूल्हा लेकर आया बड़े भाई का शव

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। संधौली गांव के मोहित को आज बारात लेकर कैथल जाना था, लेकिन सड़क हादसे ने परिवार की सारी खुशियों को मातम में बदल दिया। वह दुल्हन की बजाय अपने बड़े भाई का शव लेकर घर पहुंचा। हादसे में मोहित के बड़े भाई रोहित सहित तीन की हादसे में मौत से गांव में मातम छा गया। मोहित बड़े भाई की मौत के गम में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के बाहर भी गुमसुम खड़ा रहा। जैसे ही पोस्टमार्टम के बाद शव को एंबुलेंस में ले जाने लगे तो उसकी आंखों से अश्रुधारा बह निकली और अपने भाई रोहित का नाम लेकर वह चीख उठा। 

परिवार ने जिस चाह से छोटे बेटे की शादी की तैयारी की थी, वह सब मातम में बदल गई थी। बड़े बेटे की मौत के बाद शादी को भी कैंसिल कर दिया गया। दो मासूम बच्चे अपने पिता रोहित के प्यार से वंचित हो गए। रोहित अपने छोटे भाई की शादी की तैयारियों में लगे रोहित को कफन में लपेट कर स्वजन घर ले गए। वहीं हादसे में दो अन्य किशोरों की मौत पर भी स्वजनों की भी खुशियां उजड़ गई। उनका कहना था कि उनकी ङ्क्षजदगी में अब केवल अंधेरा ही रह गया है। 

 

इस तरह हुआ था हादसा

शुक्रवार दिन में गांव संधौली निवासी मोहित की शादी थी। दिन में गांव में मंढा की रस्म हुई। सारा परिवार खुशियां मना रहा था। सायं घुड़चढ़ी की जा रही थी। इसी दौरान मेहरचंद ने अपने बेटे रोहित को टैंट का सामान वापस छोडऩे को भेज दिया। रोहित अपनी पत्नी व बच्चों को मुर्तजापुर में टैंट का सामान वापस करने की कहकर चला गया। रोहित गांव के ही विजय व सूरज को भी साथ ले गया। वे तीनों एक मोटरसाइकिल पर सवार हो गए। टैंट का सामान देकर गांव की तरफ चले तो पिहोवा रोड पर राइस मिल के पास पीछे से कार चालक ने उनको टक्कर मार दी। जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। रोहित अपने पिता मेहर चंद के साथ राज मिस्त्री का काम करता था। गांव पिपली के पंचायत सदस्य सतबीर रोहिला ने बताया कि रोहित का व्यवहार बेहद शालीन था। वह हर किसी के साथ हंसकर बात करता था। 

 

कपड़ों से पहचाना गया रोहित 

रोहित के चाचा श्याम लाल ने बताया कि हादसा इतना भयंकर था कि तीनों के शव बुरी तरह से शत-विक्षत हो गए थे। रोहित की पहचान भी नहीं हो पा रही थी। उसके कपड़ों से उसकी शिनाख्त हो सकी। वहीं सूरज व विजय के मुंह भी खून से लथपथ थे। हेलमेट न होना रोहित की मौत का सबसे बड़ा कारण रहा। 

शिवरात्रि पर अरुणाए मंदिर गए थे विजय व सूरज 

सूरज के पिता धरमू ने बताया कि शिवरात्रि पर सू्रज व विजय पिहोवा के ऐतिहासिक अरुणाए मंदिर गए थे। वे हर साल मंदिर में जाते थे और शिवरात्रि पर रात के समय वहीं रहते थे। गांव में शादी के चलते वे शुक्रवार सायं ही मंदिर से वापिस आ लौट गए। अगर वे वहीं रह जाते तो शायद हादसा ही नहीं होता, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है। 

गमगीन माहौल में किया तीनों का संस्कार

सड़क हादसे में संधौली के रहने वाले तीन युवकों की मौत के बाद शनिवार दोपहर को तीनों के शव गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों की आंखों में आंसू आ गए। स्वजन फूट-फूट कर रोने लगे। रोहित व सूरज का एक, जबकि विजय का दूसरे श्मशान घाट में दाह संस्कार किया गया। 

पीछे दो बच्चों को छोड़ गया रोहित

रोहित की मौत के बाद उसका पूरा परिवार सदमे में है। मृतक रोहित की शादी करीब पांच वर्ष पहले हुई थी। मृतक अपने पीछे अपनी पत्नी, चार साल का एक बेटा और 10 माह की एक बेटी छोड़ गया है। रोहित की मौत की सूचना मिलते ही उसके स्वजनों सहित पत्नी व बच्चे का रो-रोकर बुरा हाल है।

पुलिस कर रही है अज्ञात कार चालक की तलाश 

थाना पिहोवा के एसआइ प्रेम सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिए हैं। पुलिस ने अज्ञात कार चालक की तलाश शुरू कर दी है। 

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