हाथों-पैरों में सज चुकी थी मेहंदी, नहीं उठी डोली, ये थी बड़ी वजह

पानीपत में तीन नाबालिगों का रिश्ता तय कर दिया गया था। महिला संरक्षण और बाल विवाह निषेध की टीम ने छापामारी करके शादी रोक दी। तीनों किशोरियों को सीसीआइ में भेजा गया।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 12:56 PM (IST) Updated:Tue, 16 Apr 2019 12:56 PM (IST)
हाथों-पैरों में सज चुकी थी मेहंदी, नहीं उठी डोली, ये थी बड़ी वजह
हाथों-पैरों में सज चुकी थी मेहंदी, नहीं उठी डोली, ये थी बड़ी वजह

पानीपत, जेएनएन। रेलवे कॉलोनी पानीपत और समालखा के गांव महावटी में तीन नाबालिगों का परिजनों ने रिश्ता तय कर दिया था। एक-दो दिन में तीनों की बरात आनी थी। महिला संरक्षण एवं जिला बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने शादी पर रोक लगा दी है। अब किशोरियों और परिजनों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

रजनी गुप्ता ने बताया कि रेखा पत्नी बलराम रेलवे कॉलोनी में किराए पर रहती है। पति करीब आठ साल पहले घर छोड़कर जा चुका है। उसने अपनी 15 वर्षीया बेटी का रिश्ता तय कर दिया है। आज-कल में बरात आनी थी, लड़की के हाथ-पैरों में मेंहदी लगी हुई थी। पूछताछ में रेखा इधर-उधर की बातें करने लगी। गुपचुप विवाह न कर दें, इसके चलते किशोरी को चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में भेजा गया है।

बेटी की उम्र 13 साल
इसी कॉलोनी में रेखा पत्नी स्वर्गीय रंजीत ने भी अपनी तेरह साल की बेटी का विवाह करनाल के शाम नगर निवासी पंकज पुत्र पवन से रिश्ता तय कर दिया है। उसकी भी शादी पर रोक लगाते हुए किशोरी को चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन भेजा गया।

महिला हेल्पलाइन पर मिली थी सूचना
तीसरा मामला गांव महावटी का है। महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर कॉल आई थी कि गांव में 15 साल की किशोरी का विवाह करने की तैयारी है। समालखा पुलिस की मदद से परिजनों को महिला थाना बुलवाया गया। शादी पर रोक लगा दी गई। मंगलवार को पक्ष रखने के लिए बुलवाया गया है। तीनों मामलों में परिजनों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।

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