Haryana Assembly Election 2019: चहेते नेता का टिकट कटने पर रो पड़े समर्थक, अब कर रहे ये मांग Panipat News

भाजपा सहित अन्य पार्टियों ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। ऐसे में टिकट न मिलने पर कई दावेदारों के समर्थक सड़क पर उतर आए और विरोध जता रहे हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 02:53 PM (IST) Updated:Wed, 02 Oct 2019 11:06 AM (IST)
Haryana Assembly Election 2019: चहेते नेता का टिकट कटने पर रो पड़े समर्थक, अब कर रहे ये मांग Panipat News
Haryana Assembly Election 2019: चहेते नेता का टिकट कटने पर रो पड़े समर्थक, अब कर रहे ये मांग Panipat News

पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। भाजपा ने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। ऐसे में कुछ विधायकों के भी टिकट काट दिए गए हैं। इससे समर्थकों में नाराजगी भी है। कुछ समर्थक तो टिकट कटने से रो भी पड़े। रादौर से भी भाजपा विधायक रहे श्याम सिंह राणा की जगह इंद्री से विधायक रहे कर्णदेव कंबोज को टिकट दे दिया गया। सुबह श्याम सिंह राणा के समर्थन में समर्थक एकजुट हो गए।

श्याम सिंह राणा के आवास पर पहुंचकर समर्थकों ने उनके प्रति आस्था प्रकट की। कुछ समर्थक तो रो भी पड़े। उन्होंने समर्थकों को समझाया। समर्थकों का कहना था कि श्याम सिंह राणा जो आदेश देंगे वे उसका पालन करेंगे। वहीं कुछ समर्थकों ने उन्हें निर्दलीय चुनाव लडऩे की भी अपील की। हालांकि श्याम सिंह राणा ने इससे इन्कार कर दिया।

भाजपा से अलग नहीं जाऊंगा

श्याम सिंह राणा ने कहा कि भाजपा से ही मेरी पहचान है। पीएम के पास कार्यकर्ताओं की काफी संख्या है। कभी टिकट मिलती है तो कभी नहीं मिलती। जो उनका फैसला है वह सर्वमान्य है। वैसे भी पार्टी ने पहले ही फैसला ले लिया था। ऐसे में भाजपा विधायक का पूरा साथ दिया जाएगा। मैंने विधायक रहते पूरा कर्तव्य किया। काफी काम किया। आगे जहां मौका मिलेगा वहां फिर से विकास का काम करुंगा। उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने की बात पर कहा कि जब पार्टी से नाराजगी होती है तो लोग इसका फायदा उठाते हैं और मनगढ़ंत बाते करते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जो फैसला लिया है वह सही है। 

टिकट कटने से रो पड़े रविंद्र मच्‍छरौली

भाजपा से टिकट न मिलने के बाद निवर्तमान विधायक रविंद्र मच्छरौली ने गांव में समर्थकों के साथ बैठक की। इस दौरान दिल का दर्द जुबां पर आ गया। बोले- पांच साल आपके बीच में बहुत अच्छे रहे। इतना कहते ही उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। समर्थकों ने साथ रहने का भरोसा दिया तो मच्छरौली बोले, हमने तो ऐसा कोई काम नहीं करा। चलो फिर भी मुख्यमंत्री ने जो उचित समझा, वह किया। हम उनके साथ हैं। इतना कहकर फिर भावुक हो गए और यह कहकर कि पांच साल के दौरान कोई गलती हुई हो तो माफी मांगता हूं, बैठ गए।

पार्टी का करेंगे सहयोग

उन्होंने कहा कि वे भाजपा में हैं और साथ रहेंगे। दूसरी पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है।

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