OLX से धोखा- आर्मी के नाम पर इतनी बड़ी हेराफेरी, पढ़कर दंग रह जाएंगे

फर्जी फौजी बन ओएलएक्स पर बुलेट खरीदने का झांसा देकर 60 हजार ठगी करने का मामला सामने आया है। ठग ने मंजीत नामक फौजी का कैंटीन और आधार कार्ड दिखाकर उपभोक्ता को विश्वास में लिया।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Fri, 25 Jan 2019 01:25 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 02:46 PM (IST)
OLX से धोखा- आर्मी के नाम पर इतनी बड़ी हेराफेरी, पढ़कर दंग रह जाएंगे
OLX से धोखा- आर्मी के नाम पर इतनी बड़ी हेराफेरी, पढ़कर दंग रह जाएंगे

पानीपत, जेएनएन। ऑनलाइन खरीदारी करते हुए आपने कई हेराफेरी के बारे में सुना और पढ़ा होगा पर ये फ्राड तो अलग ही है। अगर आप सीधे ग्राहक से बात कर खरीद करते हैं तो सावधान रहें। ओएलएक्‍स पर सस्‍ती बुलेट बाइक खरीदने के लालच में एक ठेकेदार ने 60 हजार रुपये गंवा दिए।

एक ठग ने खुद को फौजी बताया। अपना आधार कार्ड भेज दिया। यहां तक की खरीदार को मालगाड़ी में बुलेट बाइक लोड करते हुए फोटो भेज दिया। ठेकेदार को विश्‍वास हो गया कि उसको बाइक भेज दी गई है। जब बाइक नहीं पहुंची तो उसने छानबीन की। पता चला कि आधार कार्ड, आइकार्ड, मालगाड़ी का फोटो, सोनीपत का एड्रेस, सबकुछ फर्जी था। खुद को फौजी बताकर इस तरह तीन से अधिक ठगी के मामले सामने आ चुके हैं। 

प्रवीण कुमार ने OLX साइट पर बाइक पसंद की। इसके बाद 16 जनवरी को उनके पास फोन आया। उधर से कहा गया कि जो बुलेट मोटरसाइकिल पसंद की है वह मेरे साले की है। साला अजीत सोनीपत की शास्त्री कॉलोनी की गली नंबर एक में रहता है।  

ऐसे जीता विश्वास
ठग ने खुद को जैसलमेर बॉर्डर पर तैनात सेना का जवान बताया। साथ कहा कि वह मूलरूप से झज्जर के सिलाना गांव का है। उसने आर्मी का कैंटीन आइ-कार्ड, बाइक और आरसी का फोटो वाट््सएप पर भेज दिए। आरसी में लिखे पते की जांच की तो वह सोनीपत की शास्त्री कॉलोनी के अजीत के नाम पर ही पंजीकृत मिली। इस पर प्रवीण को विश्वास हो गया।

 

फर्जी आधार कार्ड और आर्मी कैंटीन कार्ड।

ऐसे ऐंठ लिये रुपये
आरोपित ने उसे पेटीएम का अकाउंट नंबर और आइएफएससी कोड भेजकर रुपये ट्रांसफर करने को कहा। प्रवीण ने खाते में 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। आरोपित ने आर्मी कैंटीन से 17 जनवरी सुबह 11 से 12 बजे तक ट्रेन से बाइक पानीपत पहुंच जाने की बात कही। इतना ही नहीं बाइक को ट्रेन में लोड करते समय की तस्वीर भी वाट्सअप पर भेजी। आरोपित ने बाकी के 40 हजार रुपये मांगे। प्रवीण ने रुपये ट्रांसफर कर दिए। बाइक नहीं पहुंची तो प्रवीण ने आरोपित से संपर्क साधा। इस पर आरोपित ने बताया कि नियम के अनुसार पहले आर्मी की सिक्योरिटी फीस जमा करानी होगी।  उसने आरोपित से पूछा तो बताया कि आर्मी की सिक्योरिटी फीस 21500 रुपये है। ये राशि जल्द जमा करा दे। बाद में राशि उसे मिल जाएगी। उसने रुपये जमा नहीं कराए। उसे न तो बाइक मिली और न ही रुपये वापस मिले। असंध नाका चौकी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

फर्जी आधार पर मंजीत पहलवान का फोटो 
प्रवीण कुमार ने बताया कि आधार कार्ड केंद्र में जाकर पता लगाया तो वहां सामने आया कि ठग ने फौजी मंजीत पहलवान का फोटो चस्पा करके आधार कार्ड बनवा रखा है। आधार पर आइडी नंबर त्रिपुरा का निकला। कैंटीन से पता करने पर वहां का आइ-डी कार्ड भी फर्जी निकला।  इसके बाद वह सोनीपत की शास्त्री कॉलोनी गए तो अजीत नाम का कोई व्यक्ति वहां था ही नहीं। बाइक की आरसी भी फर्जी निकली। 

 

बुलेेट चढ़ाते हुए फोटो भी भेजी थी।

मंजीत नामक युवक के खिलाफ तीन शिकायत, 300 हो चुके शिकार
प्रवीण कुमार ने बताया कि उसने सेना की वेबसाइट पर भी शिकायत दी है। वहां से पता चला कि मंजीत नामक व्यक्ति के खिलाफ तीन और लोगों ने ठगी की शिकायत कर रखी है। पता चला है कि OLX पर वाहन बेचने के नाम पर 300 लोगों से ठगी की जा चुकी है।

तलाश जारी
डेबिट कार्ड का पिन और ओटीपी का नंबर पूछकर बदमाश ठगी कर रहे हैं। ऑनलाइन साइट के जरिये ठगी करने वाले बदमाशों की तलाश की जा रही है।
सुमित कुमार, एसपी, पानीपत।

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