कोरोना के साथ डेंगू का खतरा, दी दस्‍तक, 40 दिन में 7 को बुखार ने जकड़ा

पानीपत में कोरोना के साथ अब डेंगू का भी खतरा मंडरा रहा है। 40 दिन में सात लोगों को डेंगू के बुखार ने जकड़ा है। प्राइवेट लैबों की रिपोर्ट में सभी पॉजिटिव।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 08:49 AM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 08:49 AM (IST)
कोरोना के साथ डेंगू का खतरा, दी दस्‍तक, 40 दिन में 7 को बुखार ने जकड़ा
कोरोना के साथ डेंगू का खतरा, दी दस्‍तक, 40 दिन में 7 को बुखार ने जकड़ा

पानीपत, जेएनएन। कोरोना वायरस खौफ के साथ अब डेंगू बुखार ने भी पानीपत में दस्तक दे दी है। चालीस दिनों में सात केस सामने आ चुके हैं। प्राइवेट लैब से सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव है। इनमें से चार की एच-वन एलाइजा टेस्ट की कंफर्म रिपोर्ट खानपुर मेडिकल कॉलेज से आनी बाकी है। सीधा अर्थ है कि जिला वासियों को अब कोविड-19 संक्रमण के साथ मच्छरों से भी बचाव करना होगा। 

जिला मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक डेंगू बुखार का पहला केस 28 जून को मॉडल टाउन के एरिया में मिला। इसके बाद सौंदापुर, जाटल रोड, रेलवे रोड, कृष्णपुरा, राजपूत कॉलोनी में मिला है। सातवां केस तीन जुलाई को सिविल अस्पताल में चिन्हित हुआ है। इनमें से तीन केस कंफर्म बताए गए हैं। चार केसों की कंफर्म रिपोर्ट खानपुर से आनी बाकी है। विभाग ने मरीजों के घर के आसपास एंटी लार्वा स्प्रे करा दिया है। तीन स्थानों पर फागिंग भी करा दी गई है। विभाग की ओर से घर-घर दस्तक देकर मच्छरों का लार्वा तलाशने, उसे नष्ट करने, नोटिस थमाने और जिला वासियों को जागरूक करने का कार्य जारी है। 

बता दें कि डेंगू एडीज नामक मच्छर के काटने से फैलता है। वह मच्छर दिन के समय काटता है। यह दिखने में मच्छर काले रंग एवं सफेद धारियां युक्त होता है। इसे टाइगर मच्छर के नाम से भी जाना जाता है। 

साधारण डेंगू : इस बुखार से ग्रस्त मरीज दो-तीन दिन दवा का सेवन करने से स्वस्थ हो जाता है।

डेंगू हेमरेजिक : यह खतरनाक स्थिति है। नाक से रक्तस्राव होने लगता है। लापरवाही न बरतें। 

डेंगू शॉक सिंड्रोम : इसमें प्लेटलेट््स तेजी से कम होने लगती हैं। मरीज को आईसीयू या वेंटिलेटर पर रखने की जरूरत पड़ती है। 

बचाव के तरीके : 

-सोते समय मच्छर दानी का उपयोग करें।-खिड़की दरवाजों में नेङ्क्षटग होनी चाहिए। 

-घर और आसपास पानी को एकत्र न होने दें। 

 

डेंगू बुखार के लक्षण : सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना, ग्रंथियों में सूजन आना, आंखों में दर्द होना। 

600 रुपए टेस्ट फीस : 

डीसी धर्मेंद्र सिंह ने विगत दिनों जिला मलेरिया वर्किंग कमेटी की बैठक ली थी। उसमें सरकार के आदेशों को हवाला देते हुए उन्होंने कहा था कि डेंगू टेस्ट की फीस प्राइवेट अस्पताल-लैब 600 रुपये से अधिक न वसूलें। सिविल अस्पताल में यह टेस्ट निशुल्क है। 

आयुष्मान के तहत फ्री इलाज : 

प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत पैनल वाले प्राइवेट अस्पतालों में मरीज हेमरेजिक डेंगू फीवर और मलेरिया का इलाज फ्री करा सकता है। वेबसाइट में हेमरेजिक डेंगू फीवर (कोड संख्या एम100050) और कॉम्प्लिकेटेड मलेरिया (कोड संख्या एम100051) दिया हुआ है। 

यह भी है कानून  

घर-कार्यालय में हुए जलभराव में मच्छर का लार्वा पनपता मिला तो स्वामी को जागरूक करते हुए सात दिन का नोटिस दिया जाता है। दूसरी बार लार्वा मिलने पर उसके खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज होगा। दोष सिद्ध होने पर 2 माह की जेल, 200 रुपये का जुर्माना भी हो सकता है। हालांकि, स्वास्थय विभाग और नगर निगम सिर्फ नोटिस जारी करने तक सीमित है। 

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