प्रापर्टी टैक्‍स नहीं देने पर बड़ी कार्रवाई, जीटी रोड पर प्रिंस हैंडलूम सील

पानीपत में नगर निगम की बड़ी कार्रवाई। फोस लेकर पहुंची थी नगर निगम की टीम। प्रिंस हैंडलूम पर सवा करोड़ से ज्यादा था बकाया। दूसरी तरफ प्रिंस हैंडलूम वालों ने कहा उन्होंने तो एनओसी ली थी। कोई टैक्स बकाया नहीं था।

By Ravi DhawanEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:53 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:53 PM (IST)
प्रापर्टी टैक्‍स नहीं देने पर बड़ी कार्रवाई, जीटी रोड पर प्रिंस हैंडलूम सील
पानीपत के प्रिंस हैंडलूम पर नगर निगम ने कार्रवाई की।

पानीपत, जेएनएन - पानीपत में नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रापर्टी टैक्‍स वसूलने के लिए जीटी रोड पर प्रिंस हैंडलूम को सील कर दिया है। नगर निगम के कमिश्‍नर सुशील कुमार को निलंबन करने की सिफारिश के बाद निगम के अधिकारी इतनी अलर्ट हो गए हैं कि अब लगातार नोटिस निकाल रहे हैं। जो टैक्‍स नहीं चुकाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रिंस हैंडलूम पर सवा करोड़ का टैक्‍स बकाया था। 

प्रिंस हैंडलूम पर कार्रवाई के बाद शहरभर के बड़े शोरूम मालिकों में हड़कंप मच गया है। हर कोई अपना हिसाब किताब देख रहा है। कहीं उनका भी नंबर न आ जाए। नगर निगम कार्यालय के चक्‍कर लगाने शुरू कर दिए हैं। कोई बिल ठीक कराना चाहता है तो कोई भरना चाहता है। वैसे भी 31 अक्‍टूबर तक ब्‍याज पर छूट दी गई है। ऐसे में प्रापर्टी टैक्‍स ब्रांच में भी हलचल बढ़ गई है। उधर, प्रिंस हैंडलूम वालों का कहना है कि उन्‍होंने तो कोई टैक्‍स देना नहीं है। जिनसे जगह खरीदी थी, उन्‍होंने एनओसी दी थी। 

हाउस बैठक में उठा था मामला

कुछ दिन पहले नगर निगम के हाउस की बैठक हुई थी। तब प्रापर्टी टैक्‍स का मामला उठा था। तब विधायक प्रमोद विज ने कहा था कि नगर निगम का हाउस ये न बताए कि क्‍या रिकवरी की है या क्‍या काम आगे करने हैं। रिकवरी तो हो ही नहीं पाती। इसके कुछ दिन बाद ही गृहमंत्री अनिल विज ने नगर निगम के कमिश्‍नर सुशील कुमार को निलंबित करने की सिफारिश कर दी। इसके बाद से कमिश्‍नर अवकाश पर चल रहे हैं।

प्रापर्टी ब्रांच में हलचल

नगर निगम की प्रापर्टी ब्रांच में इन दिनों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है। दरअसल ब्‍याज पर छूट के कुछ ही दिन बचे हैं। इस वजह से लोग बिल लेकर यहां पहुंच रहे हैं। नगर निगम को उम्‍मीद है कि रिकवरी बढ़ेगी।

बचाने के लिए आगे आए 

प्रिंस हैंडलूम की सील खुलवाने के लिए शहर के कई उ्द्यमी आगे आए हैं। नगर निगम के चक्कर लगाए गए हैं। विधायक तक भी अप्रोच की गई है। हालांकि राहत मिलती नहीं दिख रही।

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