सिविल अस्पताल में नहीं मिली दवा, जन औषधि केंद्र पर लंबी कतार

सिविल अस्पताल में दवाओं का टोटा हमेशा बना रहता है। उधर अस्पताल प्रशासन इस सच्चाई को नकारते हुए सब कुछ ठीक है के दावे करता रहा है। इन दावों की पोल जन औषधि केंद्र ने खोल दी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 16 Jun 2019 06:15 AM (IST) Updated:Sun, 16 Jun 2019 06:35 AM (IST)
सिविल अस्पताल में नहीं मिली दवा, जन औषधि केंद्र पर लंबी कतार
सिविल अस्पताल में नहीं मिली दवा, जन औषधि केंद्र पर लंबी कतार

जागरण संवाददाता, पानीपत: सिविल अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक में खुले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र ने दो दिन में ही अस्पताल प्रशासन के सभी दवाओं के स्टॉक होने के दावे को आइना दिखाना शुरू कर दिया है। शुक्रवार-शनिवार को केंद्र से करीब 250 मरीजों ने दवाइयां क्रय की, इनमें अधिकांश अस्पताल की दवा विडो से लौटाए गए थे।

गौरतलब है कि सिविल अस्पताल में दवाओं का टोटा हमेशा बना रहता है। उधर, अस्पताल प्रशासन इस सच्चाई को नकारते हुए, सब कुछ ठीक है के दावे करता रहा है। इन दावों की पोल जन औषधि केंद्र ने खोल दी है। शुक्रवार को नगर निगम की आयुक्त एवं एसडीएम पानीपत वीना हुड्डा ने केंद्र का उद्घाटन किया था, शनिवार सुबह करीब नौ बजे से अपराह्न सवा दो बजे तक अस्पताल का पर्चा लिए मरीज केंद्र से दवा क्रय करते दिखे। सबसे अधिक त्वचा संबंधी रोगों के मरीज कतार में खड़े थे।

ये हालात तब हैं जब मात्र 270 तरह की ग्रांट में मिली दवाओं के साथ केंद्र खोला गया है। रेडक्रॉस के आजीवन सदस्य एवं केंद्र संचालक अंकित ने बताया कि एक माह में सभी 800 दवाएं स्टॉक में होंगी। किसी मरीज को सस्ती दवा के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। वर्जन :

रेडक्रॉस सोसाइटी को ओपीडी ब्लॉक में जगह देने का उद्देश्य यही था कि जो मेडिसिन का स्टॉक खत्म हो चुका है, उसे मरीज बहुत कम कीमत में जन औषधि केंद्र से क्रय कर सकें। स्टेट वेयर हाउस से मेडिसिन मंगाने के लिए समय से डिमांड भेजी जाती रही है।

डॉ. आलोक जैन, एमएस- सिविल अस्पताल

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