धान के भाव में आई मंदी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी

जागरण संवाददाता समालखा पीआर खरीद को लेकर गेट पास व मैसेज से किसान परेशान है। कई क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Oct 2020 08:30 AM (IST) Updated:Sun, 11 Oct 2020 08:30 AM (IST)
धान के भाव में आई मंदी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी
धान के भाव में आई मंदी ने बढ़ाई किसानों की परेशानी

जागरण संवाददाता, समालखा : पीआर खरीद को लेकर गेट पास व मैसेज से किसान परेशान है। कई कई दिन तक मंडी में धान की रखवाली करनी पड़ रही है। जब दिन आता है तो सर्वर की चाल बिगड़ जाती है। गेट पास के लिए पूरा पूरा दिन भटकना पड़ता है। शनिवार को भी स्थानीय मंडी में हाल कुछ ऐसा ही दिखा। वहीं दूसरी ओर 1509 किस्म के भाव में सप्ताह भर से आ रही गिरावट ने भी किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं। 150 रुपये तक आई गिरावट -- अनाज मंडी में पीआर के साथ 1509 किस्म की आवक बढ़ चुकी है। आंकड़ों के हिसाब से शुक्रवार तक 1509 किस्म 2 लाख 22 हजार 860 क्विटल, पीआर 24 हजार 739 व बाजरा 432 क्विटल की खरीद हो चुकी है। पीआर और बाजरा को निर्धारित एमएसपी रेट मिल रहा है। लेकिन 1509 के भाव से किसान नाखुश हैं। किसानों ने बताया कि एक तो पिछले साल के मुकाबले पहले ही करीब 700 रुपये क्विटल का कम भाव मिल रहा है। पिछले कई दिनों से उसमें भी गिरावट दर्ज की जा रही है। कई दिन पहले जहां 2170 रुपये तक भाव जा पहुंचा था। अब वो करीब 150 रुपये नीचे आ चुका है। शनिवार को भी मंडी में 1700 से लेकर 2021 तक का भाव मिला। किसान राजेंद्र, सूबे सिंह व रघबीर का कहना है कि ठीक से बोली न होने पर किसान को उचित भाव नहीं मिल पा रहा है। जबकि खाद, बीज, पेट्रोल व डीजल आदि के भाव बढ़ते जा रहे है। ऐसे में उन्हें आमदनी तो दूर, खर्च निकालना तक मुश्किल हो गया है। इतना परेशान हूं, की गोली खाने को मन कर रहा -- शनिवार को दोपहर के समय महावटी निवासी किसान हवा सिंह मार्केट कमेटी सचिव पवन कुमार के पास पहुंचा। गेट पास की समस्या से अवगत कराते हुए भावुक हो चला और कहा कि साहब इतना परेशान हूं, की गोली खाने को मन कर रहा है। कई दिन से धान मंडी में पड़ी है। दिन रात रखवाली करनी पड़ रही है। हैफेड वालों के पास जाते हैं तो वो आपका नाम लेते। बताओ हमारा समाधान करेगा कौन। धान बड़ी मेहनत से पैदा होता है। वहीं किसान की परेशानी को देख सचिव ने तुरंत कर्मचारियों से गेट पास की समस्या का समाधान कराया। सचिव का कहना है कि कई बार गेट पास को लेकर दिक्कत आ जाती है। वो दूर होने पर तुरंत किसानों के गेट पास काटे जाते है।

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