मोहित हत्याकांड: एकमात्र चश्मदीद गवाह की मौत, पांचवें दिन पीजीआइ में जिंदगी की जंग हारा भोला

अंबाला में मोहित हत्याकांड का था एकमात्र चश्मदीद गवाह पांचवें दिन पीजीआइ में जिंदगी की जंग हार गया। वेंटिलेटर पर चल रही थी पिछले पांच दिनों से सांसें। सोमवार सुबह साढ़े 5 बजे हुई मौत। 20 जनवरी की शाम साढ़े 4 बजे लगी थी गोली।

By Rajesh KumarEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 12:21 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 12:21 PM (IST)
मोहित हत्याकांड: एकमात्र चश्मदीद गवाह की मौत, पांचवें दिन पीजीआइ में जिंदगी की जंग हारा भोला
मोहित हत्याकांड के एकमात्र चश्मदीद गवाह की मौत।

अंबाला, जागरण संवाददाता। मोहित हत्याकांड में एकमात्र चश्मदीद गवाह विशाल उर्फ भोला की पीजीआइ में पांचवें दिन मौत हो गई। पांच दिनों से भोला वेंटिलेटर के सहारे जिंदगी की जंग लड़ रहा था लेकिन सोमवार सुबह करीब साढ़े 5 बजे वह इस जंग को हार गया। भोला अपनी मां का इकलौता वारिस था। उसके पिता का कई साल पहले बीमारी के चलते निधन हो गया था और अब बूढ़ी मां के बूढ़ापे का भी एकमात्र वही सहारा था। मां पिछले चार दिनों से मंदिरों में बेटे की जिंदगी के लिए दुआ कर रही थी लेकिन वह भी स्वीकार नहीं हुई।

आपरेशन के बाद पीजीआइ में डाक्टरों ने उसके शरीर से चार गोलियां निकाल दी थी लेकिन रीड की हड्डी सहित जांघ के नीचे दो गोलियां फंसी हुई थी। रविवार की शाम को उसके सिर की न्यूरो सर्जरी होनी थी लेकिन उसका प्लस रेट और बीपी सामान्य नहीं हुआ। लाख प्रयास के बावजूद प्लस रेट और बीपी सामान्य नहीं होने के कारण ही उसकी मौत हो गई। साथ ही बहुत ज्यादा रक्त स्त्राव हो गया था।

इस तरह हुई थी वारदात

20 जनवरी की दोपहर बाद करीब साढ़े 4 बजे अंबाला कैंट का रहने वाला मोहित मूलरूप से पंजाब का रहने वाला है। मोहित अपने दोस्‍त भोला के साथ पंजाब नंबर की काले रंग की कार से कहीं जा रहा था। डीएवी स्‍कूल के पास कार चौक में पहुंची तभी सफेद रंग की वर्ना गाड़ी आगे आ गई। डीएवी रिवर साइड स्कूल के ठीक सामने काले रंग की गाड़ी में सवार मोहित और उसके दोस्त भोला पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इस दौरान मोहित राणा को 24 गोलियां लगी थी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं भोला को 7 गोलियां लगी थी जबकि भोला पीजीआइ में इलाज चल रहा था। लेकिन पांचवे दिन उसकी मौत हो गई। इस घटना का वो एकमात्र चश्मदीद गवाह था। 

chat bot
आपका साथी