दिव्यांगता प्रमाणपत्र के लिए रही आपाधापी

हरियाणा सरकार के आदेश पर सिविल अस्पताल में प्रत्येक बुधवार को दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं।इस बार आवेदन जमा कराने के लिए 110 से अधिक दिव्यांग पहुंचे। शाम पांच बजे तक 90 के प्रमाण पत्र बन सके। विगत बुधवार की भांति इस बार भी दिव्यांगों को बैठने के लिए बेंच नहीं मिले।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 09:27 AM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 09:27 AM (IST)
दिव्यांगता प्रमाणपत्र के लिए रही आपाधापी
दिव्यांगता प्रमाणपत्र के लिए रही आपाधापी

जागरण संवाददाता, पानीपत :

हरियाणा सरकार के आदेश पर सिविल अस्पताल में प्रत्येक बुधवार को दिव्यांगों के सर्टिफिकेट बनाए जाते हैं।इस बार आवेदन जमा कराने के लिए 110 से अधिक दिव्यांग पहुंचे। शाम पांच बजे तक 90 के प्रमाण पत्र बन सके। विगत बुधवार की भांति इस बार भी दिव्यांगों को बैठने के लिए बेंच नहीं मिले।

आवेदन जमा कराने के लिए दिव्यांग की कतार सुबह आठ बजे लगनी शुरू हो गई थी। संख्या अधिक होने के कारण ओपीडी ब्लॉक में बैंच कम पड़ गई। आपस में धक्का-मुक्की करते दिव्यांगों को गार्ड संभालने दिखे। दोपहर 12 बजे तक आवेदन लिए गए। आवेदन जमा कर चुके दिव्यांगों को कक्ष संख्या 112 के बाहर पहुंचने के निर्देश दिए गए। वहां चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आलोक जैन, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप, मनोचिकित्सक डॉ. मोना नागपाल आदि ने दिव्यांगों का चेकअप कर डिसेबिलिटी तय की।

इसके बाद प्रमाण पत्र जारी किए गए। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि अनेक दिव्यांग ऐसे आते हैं, उनके आवेदन में त्रुटि होती है, जानकारी देकर उन्हें लौटाया जाता है।

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