हरियाणा के प्राथमिक शिक्षकों को दी जाएगी नई शिक्षा नीति को लेकर ट्रेनिंग, शिक्षा निदेशालय ने भेजा शेड्यूल

हरियाणा में प्राथमिक शिक्षकों को नई शिक्षा नीति को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी। शिक्षा निदेशालय की ओर से शेड्यूल भेज दिया गया है। कुरुक्षेत्र में चार जुलाई से पांचों खंड़ में शुरू होंगी ट्रेनिंग। 18 मास्टर ट्रेनर शिक्षकों को आठ ग्रुपों में विभाजित कर देंगे ट्रेनिंग।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2022 11:00 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2022 11:00 AM (IST)
हरियाणा के प्राथमिक शिक्षकों को दी जाएगी नई शिक्षा नीति को लेकर ट्रेनिंग, शिक्षा निदेशालय ने भेजा शेड्यूल
हरियाणा के प्राथमिक शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग।

कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। मौलिक शिक्षा विभाग और मूलभूत साक्षरता व संख्यात्मकता (एफएलएन) की ओर से लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन (एलएलएफ) के सहयोग से नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत प्राथमिक शिक्षकों को आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता ज्ञान देने के लिए स्पेशल ट्रेनिंग देगा। जिससे विद्यार्थी बेहतर तरीके से संप्रेषण कर सकेंगे। सामाजिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बन सकेंगे। इसके अलावा शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनने में सहायक होंगे।

गौरतलब है कि मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से एफएलएन और एलएलएफ के सहयोग से प्रदेशभर के प्राथमिक शिक्षकों को नई शिक्षा नीति-2020 के अनुसार आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता का ज्ञान दे रहा है। जिसके अंतर्गत पहले फेस की ट्रेनिंग शिक्षकों को दी जा चुकी है। अब चार जुलाई से दूसरे फेस की ट्रेनिंग शुरू होगी। जिसको लेकर निदेशालय ने प्रत्येक जिले में मास्टर ट्रेनर तैयार किए है। जो अपने-अपने जिले में बचे हुए शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। जिला कुरुक्षेत्र में निदेशालय ने 18 मास्टर ट्रेनर तैयार किए है।

हिंदी, अंग्रेजी और गणित की देंगे ट्रेनिंग

एफएलएन के जिला कोआर्डिनेटर सोहन लाल ने बताया कि निदेशालय ने 18 मास्टर ट्रेनर तैयार किए है। जो जिलेभर के 1565 प्राथमिक शिक्षकों को 34 ग्रुपों में विभाजित कर आधारभूत साक्षरता का ज्ञान देंगे। इसको लेकर विभाग ने शेड्यूल तैयार कर सभी संबंधित शिक्षकों को भेज दिया है। जिससे शिक्षक शेड्यूल अनुसार अपने संबंधित स्थानों पर पहुंच सकें।

ये है एफएलएन

आधारभूत साक्षरता और संख्यामकता वह कौशल और रणनीति हैं। जिसके माध्यम से छात्र पढ़ने, लिखने बोलने और व्याख्या करने में सक्षम होते हैं। आधारभूत साक्षरता भविष्य में शिक्षा प्राप्त करने का आधार बनती है। एफएलएन को भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत लागू किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य वर्ष तीन से नौ तक आयु वर्ग के सभी बच्चों का समग्र विकास करना है।

एफएलएन के सेकेंड फेस की ट्रेनिंग चार जुलाई से शुरू होगी। इसके लिए जिले के 18 मास्टर ट्रेनरों को निदेशालय की ओर से ट्रेनिंग दे दी गई है। वहीं उसका शेड्यूल तैयार कर लिया गया है।

सतनाम सिंह भट्टी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, कुरुक्षेत्र।

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