अनदेखी पर बिफरे आढ़ती, बोले-अब नहीं होगी सरकार से बातचीत, चेयरमैन लेंगे फैसला
कैथल में हरियाणा मंडी आढ़ती प्रधान एसोसिएशन की बैठक हुई। इसमें हरियाणा के सभी जिलों के प्रधान आए थे। बैठक में सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। तीन अध्यादेशों, लस्टर लोस और आढ़ती की राशि नहीं देने के विरोध में प्रदेश भर के आढ़तियों ने कैथल में बैठक की। हरियाणा मंडी आढ़ती प्रधान एसोसिएशन की बैठक में सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया गया।
बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष रजनीश गोयल ने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन सांसदों की जो कमेटी बनाई है, वह सिर्फ किसानों को लेकर है। आढ़तियों का उसमें कोई जिक्र तक नहीं किया गया है। रोहतक में कमेटी की बैठक हुई, लेकिन उसमें किसी भी आढ़ती या एसोसिएशन के पदाधिकारी को नहीं बुलाया गया। इसका मतलब यही हुआ कि आढ़तियों को सरकार ने दरकिनार कर दिया है और अब उन्हें धंधे बंद कराने की साजिश रच रही है।
अब कोई नहीं करेगा सरकार से बात
हरियाणा मंडी आढ़ती प्रधान एसोसिएशन के उपप्रधान धर्मवीर मलिक का कहना था कि सरकार के बुलावे पर कोई भी आढ़ती अपने स्तर पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री या किसी भी अधिकारी से बात नहीं करेगा। यह फैसला सिर्फ एसोसिएशन के चेयरमैन का होगा। उन्होंने बताया कि उनके पास शनिवार सुबह भिवानी के सांसद धर्मवीर का फोन आया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए बात करने से मना कर दिया कि कोई भी बातचीत एसोसिएशन के स्तर पर ही होगी।
कृषि मंत्री के बयान से बिफरे आढ़ती
हरियाणा मंडी आढ़ती प्रधान एसोसिएशन ने कृषि मंत्री जेपी दलाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने आढ़तियों को सूदखोर और लुटेरा कहा है। यह साबित करता है कि सरकार उनके बारे में क्या सोचती है। उसके लिए आढ़ती किसी गिनती में नहीं है। कैथल के प्रधान अश्वनी शोरेवाला ने कहा कि इन पांच दिनों में एसोसिएशन 18 के बाद के अांदोलन की रणनीति तय करेगी। सरकार से बातचीत कैसे और किस स्तर पर करनी है। आंदोलन को किस तरह से आगे बढ़ाना है। यह सब वाट्सएप ग्रुप पर तय किया जाएगा।