सिविल अस्पताल में चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार, आज निरीक्षण

सिविल अस्पताल के पंचम तल पर चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार हो गए हैं। अस्पताल की एक कमेटी बृहस्पतिवार को इनका निरीक्षण करेगी। सब कुछ ठीक रहा तो चारों थियेटर रनिग में होंगे। बता दें कि अस्पताल में दो सामान्य ऑपरेशन थियेटरों में पहले से सर्जरी हो रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Sep 2019 09:30 AM (IST) Updated:Thu, 19 Sep 2019 09:30 AM (IST)
सिविल अस्पताल में चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार, आज निरीक्षण
सिविल अस्पताल में चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार, आज निरीक्षण

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल के पंचम तल पर चार अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर तैयार हो गए हैं। अस्पताल की एक कमेटी बृहस्पतिवार को इनका निरीक्षण करेगी। सब कुछ ठीक रहा तो चारों थियेटर रनिग में होंगे। बता दें कि अस्पताल में दो सामान्य ऑपरेशन थियेटरों में पहले से सर्जरी हो रही हैं।

अस्पताल के डिप्टी एमएस ने बताया कि अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटरों में कई माह से काम चल रहा था। निर्माण एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सभी तैयार हैं।इन थियेटरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया गया है।जिनमें सर्जरी, ऑर्थोपेडिक, ईएनटी, प्लास्टिक सहित भविष्य में न्यूरो सर्जरी भी की जाएंगी। एक थियेटर गायकोनोलॉजी विभाग के लिए भी आरक्षित किया जा सकता है।

लेबर रूम के हालात सुधार को लेकर भी बुधवार को डॉक्टर, मेट्रन और स्टाफ नर्स की बैठक बुलाई गई। इसमें मेटरनल डेथ की समीक्षा पर सहमति बनी। स्टाफ नर्सों को हिदायत दी गई कि हाई रिस्क डिलीवरी डॉक्टर के निर्देशन में करें। सुरक्षित प्रसव पर फोकस रहे। ओपीडी में आ गया पागल कुत्ता : फोटो 13ए

अस्पताल के ओपीडी ब्लॉक में पागल कुत्ता के आने से मरीजों में चीख-पुकार मच गई। गनीमत रही कि उसने किसी को काटा नहीं। गार्डों ने डंडे मारते हुए उसे बाहर किया। अब गार्ड ने मांगी बधाई।

हरिसिंह कॉलोनी वासी सचिन की पत्नी कल्पना ने 13 सितंबर को सिजेरियन ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया। सचिन का आरोप है कि डिलीवरी रूम के द्वार पर तैनात महिला गार्ड ने बच्ची के जन्म की बधाई देते हुए 100 रुपये मांग लिए। अस्पताल प्रशासन को शिकायत दी तो, ली नहीं। केटल ट्रैक लगेगा :

सिविल अस्पताल के मुख्य द्वार पर लोहे का केटल ट्रैक लगेगा। इसे लगने के बाद जीटी रोड़ पर बेसहारा घूमते गोवंश, गधे और बीमार घोड़े अस्पताल में नहीं घुस सकेंगे। हालांकि, ईएसआइ अस्पताल के गेट से पशु सिविल अस्पताल में पहुंच सकते हैं।

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