चार डॉक्टर कोर्ट में, एक छुट्टी पर, निराश लौटे 500 मरीज

सिविल अस्पताल के हालात खराब अल्ट्रासाउंड भी नहीं हुए। चिकित्सकों की कमी अब मरीजों और प्रबंधन के लिए बनने लगी सिरदर्द।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 08:30 AM (IST) Updated:Tue, 26 Nov 2019 08:30 AM (IST)
चार डॉक्टर कोर्ट में, एक छुट्टी पर, निराश लौटे 500 मरीज
चार डॉक्टर कोर्ट में, एक छुट्टी पर, निराश लौटे 500 मरीज

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल अस्पताल में मरीजों को मुख्यमंत्री मुफ्त इलाज योजना का पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। चिकित्सकों की कमी अब सिरदर्द बनने लगी है। अधिकांश ओपीडी में सिगल विशेषज्ञ होने, उनके छ्ट्टी पर या अन्य ड्यूटी पर रहने के कारण हालात और खराब हो जाते है।

दिन : सोमवार, समय : सुबह 11:30 बजे। रजिस्ट्रेशन विडो पर मरीजों की कतार। अधिकांश मरीजों की स्लिप नहीं बनाई गई। मरीज इसकी वजह पूछते तो कर्मचारी बाहर टंगे बोर्ड की ओर इशारा कर देता। बोर्ड पर लिखा था मनोचिकित्सक डॉ. मोना नागपाल, सर्जन संजीव गुप्ता, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप कोर्ट में हैं। त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. राघवेंद्र अवकाश पर हैं। चारों ओपीडी से करीब 400 मरीज निराश लौट गए। मेडिसिन ओपीडी, नेत्र रोग ओपीडी के बाहर मरीजों की कतार। ओपीडी ब्लॉक में खुला प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र से दवा खरीदते मरीजों की भीड़ यह बताने के लिए काफी थी कि डिस्पेंसरी में मरीजों को पूरी दवा नहीं मिल रही है।

रेडियोलॉजी विभाग में एक्स-रे के लिए आपाधापी जैसा माहौल दिखा। रेडियोलॉजिस्ट डॉ. राजीव मान भी कोर्ट ड्यूटी में बताए गए। 100 से अधिक गर्भवती महिलाओं का अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका। ये हालात तब हैं जब अस्पताल में दो नई मशीनें हैं। जगह-जगह टूटी बेंच

नई बिल्डिंग के उद्घाटन को करीब एक साल ही हुआ है। मरीजों के बैठने के लिए लगाई गई स्टील की एक दर्जन से अधिक बेंच टूट चुकी हैं। ओपीडी ब्लॉक, रेडियोलॉजी ब्लॉक, सिक न्यू बोर्न चाइल्ड यूनिट और प्रसूति वार्ड में मरीजों-तीमारदारों, दिव्यांगों को टूटी बेंचों पर बैठना पड़ रहा है। आज बुलाए थे, डॉक्टर नहीं मिले

बाबरपुर की गर्भवती संगीता, जगदीश नगर निवासी रूबी अल्ट्रासाउंड कराने पहुंची थी। संगीता ने बताया कि शनिवार को भी अस्पताल आए थे सोमवार को आने के लिए कहा था। आज डॉक्टर नहीं है। वर्जन :

अधिकांश ओपीडी में एक डॉक्टर है। उनके अवकाश या अन्य ड्यूटी के चलते दिक्कत होती है। डॉक्टर उपलब्ध कराना सरकार का काम है, हम डिमांड भेजते रहे हैं। टूटी बेंचों की मरम्मत कराई जाएगी।

डॉ. आलोक जैन, एमएस, सिविल अस्पताल।

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