सर छोटूराम की बराबरी असंभव : भूपेंद्र हुड्डा

किसान यूनियन और किसान भवन समिति की ओर से रविवार को किसान भवन में सर छोटूराम की 137वीं जयंती मनाई गई।कार्यक्रम में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि रहे।

By Edited By: Publish:Mon, 11 Feb 2019 09:21 AM (IST) Updated:Mon, 11 Feb 2019 02:06 PM (IST)
सर छोटूराम की बराबरी असंभव : भूपेंद्र हुड्डा
सर छोटूराम की बराबरी असंभव : भूपेंद्र हुड्डा

पानीपत, जेएनएन। किसान यूनियन और किसान भवन समिति की ओर से रविवार को किसान भवन में सर छोटूराम की 137वीं जयंती मनाई गई। सुबह 9 बजे हवन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन प्रधान सुरेंद्र दहिया और मंच संचालन महासचिव प्रेम देशवाल ने किया। कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। यूनियन के पदाधिकारियों ने शॉल भेंट कर और पगड़ी पहनाकर पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को सम्मानित किया।
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों का उद्धार करने वाले सर छोटूराम जैसे नेता कभी-कभी जन्म लेते हैं। उनकी बराबरी करना असंभव है, मैंने एड़ी तक का जोर लगाकर उनके चरणों तक पहुंचने का प्रयास किया है। समालखा के पूर्व विधायक धर्म¨सह छौक्कर, धर्मपाल गुप्ता, बलबीर सिंह वाल्मीकि, असंध हलका पूर्व विधायक राजरानी पूनम, किसान नेता गुरवंत, सुरेंद्र दहिया, धर्मेंद्र अहलावत और सतपाल वाल्मीकि को भी सम्मानित किया। किसानों ने पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा को मांग पत्र सौंप कांग्रेस सरकार आने पर उनकी समस्याएं हल करने की अपील की।
इस मौके पर कांग्रेस नेता बुल्लेशाह, पूर्व मेयर सुरेश वर्मा, उपप्रधान बिंटू मलिक, कोषाध्यक्ष आजाद सिंह मलिक, जितेंद्र अहलावत, धर्मपाल गुप्ता, सेवाराम मलिक, पूर्व प्रधान जयकरण कादियान, पूर्व जिला पार्षद महेंद्र सिंह कादियान आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

उद्योगपतियों के कर्ज हो रहे माफ, किसानों की ओर नहीं सरकार का ध्यान : चढू़नी
किसान यूनियन प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढू़नी ने किसानों का कर्ज माफ करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगपतियों का कर्ज माफ कर रही है, लेकिन किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिया एकजुटता का संदेश कलाकार संदीप छात्तर ने रागनी के माध्यम से दोबारा कांग्रेस सरकार को समाज की मांग बताया। हरियाणवी नृत्य प्रस्तुति के माध्यम से किशोरियों ने किसानों को एकजुटता का संदेश दिया। इसके बाद भंडारे में हजारों किसानों और आस-पास की कॉलोनियों के लोगों ने लंगर चखा। किसानों ने कर्ज माफी समेत ये रखी 10 मांगें किसानों ने कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन आयोग रिपोर्ट लागू करने, फसल बीमा योजना में बदलाव लाने, दस लाख रुपये का कैशलेस मेडिकल क्लेम देने, डीजल ट्रैक्टरों से दस साल का प्रतिबंध हटाने, शहर से टोल हटाने, डाहर शुगर मिल का निर्माण कार्य शुरू करने समेत 10 मांग पत्र सौंपा।

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