किसानों ने ली शपथ, फसल अवशेष जलाएंगे नहीं, करेंगे प्रबंधन

बापौली अनाज मंडी में बुधवार को दैनिक जागरण की तरफ से पराली नहीं जलाएंगे पर्यावरण बचाएंगे. अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 08:02 AM (IST)
किसानों ने ली शपथ, फसल अवशेष जलाएंगे नहीं, करेंगे प्रबंधन
किसानों ने ली शपथ, फसल अवशेष जलाएंगे नहीं, करेंगे प्रबंधन

संवाद सूत्र, बापौली : बापौली अनाज मंडी में बुधवार को दैनिक जागरण की तरफ से पराली नहीं जलाएंगे, पर्यावरण बचाएंगे. अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया गया। किसानों ने पराली न जलने की शपथ ली।

किसान बृजभूषण ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है। प्राचीन काल में मानव स्वास्थ्य के अनुकूल व प्राकृतिक वातावरण के अनुरूप खेती की जाती थी। जिसके फलस्वरूप जल, भूमि, वायु और वातावरण प्रदूषित नहीं होते थे। आज हमने अपने स्वार्थवश फसलों में रासायनिक खादों के प्रयोग के साथ धान व गेहूं के अवशेषों को जलाना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाने से न केवल मृदा में उपस्थित सूक्ष्म जीवाणु नष्ट होते है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी घातक है। उन्होंने कहा कि हमें अवशेषों को जलाने की बजाए उनका प्रबंधन करना चाहिए। इसके लिए अनेक यंत्र है। जिन पर सरकार की तरफ से अनुदान भी दिया जा रहा है। रोशन लाल ने कहा कि फसल अवशेष न जलाकर किसानों को पर्यावरण बचाने का संदेश देना चाहिए। धान के अवशेषों के बीच हैप्पी सीडर से गेहूं की बिजाई करें। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। किसान रामकुमार ने कहा कि पर्यावरण में घुल रही जहरीली गैस घातक बीमारियों का कारण बनती है। इसलिए फसल अवशेष न जलाएं। उन्होंने दैनिक जागरण के अभियान को सराहा। इस मौके पर प्रेम, जोगिन्द्र, सुभाष, राजेंद्र, प्रवीन, मदन, रामचंद्र, अशोक मौजूद रहे।

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