होली पर दिख रहा अलग- अलग अंदाज, कोई फूलों से कोई रंगों से सराबोर

होलिका दहन से पहले ही होली की खुमारी लोगों में देखने को मिल रही है। स्कूल कैंपस से लेकर संस्थाओं में होली शुरू हो चुकी है।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 09 Mar 2020 04:34 PM (IST) Updated:Mon, 09 Mar 2020 04:34 PM (IST)
होली पर दिख रहा अलग- अलग अंदाज, कोई फूलों से कोई रंगों से सराबोर
होली पर दिख रहा अलग- अलग अंदाज, कोई फूलों से कोई रंगों से सराबोर

पानीपत, जेएनएन।  होली की तैयारी कहीं पूरी हो गई तो कहीं जमकर खरीदारी की जा रही। युवाओं में इसका खास उत्साह देखने को मिल रहा है। स्कूल कॉलेज कैंपस से लेकर संस्थाओं में लोग रंगों से सराबोर हो चुके हैं। वहीं होली पर्व मनाने वालों की भीड़ अब बाजार में बढऩे लगी है। तरह-तरह के पकवान बनाने की तैयारियां घरों में शुरू हो चुकी है। गृहणियां घर पर पापड़ और चिप्स से कचरी बनाने में जुट चुकी हैं। बाकी की खरीददारी के लिए बाजारों में दुकानें सजी हैं और उस पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ती जा रही है। 

अंबाला छावनी के रामबाजार से लेकर अनाज मंडी और शहर के अनाज मंडी से लेकर अन्य महत्वपूर्ण बाजारों में खरीदारी करने के लिए ग्राहकों की भीड़ दुकानों पर जुटने लगी है। दुकानदारों ने भी ग्राहकों की डिमांड को देखते हुए वस्तुएं आर्डर पर पहुंचा रहें हैं। शहर में जगह जगह पिचकारी से रंग गुलाल और मुखौटों की दुकानों पर बच्चे अपने अभिभावकों के साथ खरीदारी करने के लिए पहुंच रहें हैं। दुकानदार भी ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए काउंटर पर कैश भुगतान के साथ आनलाइन पेमेंट करने की सुविधा ग्राहकों को लिए दिया है।

 

हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है रंगोत्सव

रंगों का पर्व होली सभी समाज के लोग हर्षोल्लास के साथ से मनाते हैं। विभिन्न परंपराओं और समाज के लोगों के साथ मिलकर होली का उत्साह तो दोगुना हो ही जाता है, इससे मिठास और बढ़ जाती है। शहर और छावनी क्षेत्र होने वाले आयोजनों में यह पर्व हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनता है। ङ्क्षसधी, पंजाबी और अन्य समाज के लोगों का इस पर्व को मनाने का अंदाज भी सबसे अलग होता है। सभी अपास में मिलकर होली का रंगोत्सव मनाते हैं और इस पर्व में आपसी एकता का संदेश देते हैं। घरों में बनने वाले अलग-अलग पकवान इन त्योहार को और भी मस्ती से भर देते हैं।

 

पंजाबी समाज: गुरुद्वारे में माथा टेककर शुरू करते पर्व

पंबाजी समाज होली पर सुबह सबसे पहले समाज के लोग गुरुद्वारे जाकर माथा टेकते हैं और कीर्तन को सुनकर घर आते हैं। उसके बाद घर में गुजिया, मीठे चावल, पापड़ों का स्वाद दोस्तों और परिवार वालों संग चखते हैं। समाज के लोग होली मिलन भी करते हैं। बड़ों का आर्शीवाद लेते हैं और छोटों को प्यार देते हैं।

 

सिंधी समाज: होली वाले दिन विशेष रूप से बनता कढ़ी-चावल

सिंधी समाज होली का कार्यक्रम समाज के लोग बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर जिस दिन होलिका दहन होता है परिवार होलिका जलने वाले स्थान पर जाता है। मोटी रोटी बनाई जाती है और उसको धागे में बांधकर आधी जलाई जाती है। रोटी जब आधी पक जाती है तब उसको घर लाकर प्रसाद बांटा जाता है। परिवार के लोग होलिका के फेरे लगाते हुए वापस घर चले आते हैं। होली वाले दिन कढ़ी और चावल विशेष रूप से बनता है।

 

होली पर हुड़दंग किया तो पकड़ेगी पुलिस

डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने कहा कि होली रंगों का अनूठा भारतीय त्योहार है, जो एकता और भाईचारे के बंधन को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।  उन्होंने रंगों का त्योहार मनाते समय दूसरों की भावनाओं का सम्मान करने और उनकी संवेदनशीलता को ठेस न पहुंचाने की अपील की। त्योहार की आड़ में उपद्रव जैसी घटनाओं से दूर रहते हुए कानून को हाथ में लेने से बचें। शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण दुर्घटना के मामले सामने आते रहे हैं। आनंद और खुशी का यह दिन कई परिवारों के लिए त्रासदी में तब्दील हो जाता है। एसपी मनीषा चौधरी के निर्देशानुसार जिला पुलिस ने होली के उत्सव के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। त्योहार के दौरान सभी पुलिस अधिकारियों थाना प्रभारियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए निर्देश दिए गए हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मॉल व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर गश्त के लिए पुलिस कर्मियों को लगाया जाएगा ताकि छेड़छाड़ व अन्य घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। ,

 

लैय्या बिरादरी ने मनाया परिवार मिलन समारोह

ऑल इंडिया लैया बिरादरी की तरफ से रविवार को आइबी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वार्षिक परिवार मिलन समारोह मनाया गया। मुख्य अतिथि सांसद संजय भाटिया की धर्मपत्नी अंजू भाटिया रहीं। विशिष्ट अतिथि ओम प्रकाश माटा व सुभाष सलूजा रहे। होनहार बच्चों और उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित किया गया। संस्था के प्रधान गजेंद्र सलूजा ने कहा कि लैया बिरादरी के लगभग 12 हजार परिवार हैं। पाकिस्तान से उजड़कर आए थे कुछ परिवार, जिन्होंने मेहनत व ईमानदारी से शहर में अपनी पहचान बनाई। बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान कर मुकाम तक पहुंचाया। 1950 में लैय्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल की स्थापना हुई। धीरे-धीरे समय के साथ बृजलाल ढींगरा ने आइबी कॉलेज की स्थापना की। 

 

बच्चों को किया सम्मनित

बिरादरी के प्रतिभाशाली बच्चों को मुख्य अतिथियों ने सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में राहुल नारंग, संजय बरेजा, विनय झांब, मीनाक्षी नारंग, अंजलि शर्मा, भोला नागपाल, पूनम गांधी, कमल नयन वर्मा, दिव्या खुराना, आशिमा बरेजा, डॉ. नमन बरेजा, जगदीश ढींगरा, वेद गांधी, धारणा शर्मा, डॉ. दीपक नारंग व धीरज खुंगर शामिल रहे। भजन गायक प्रमोद चोपड़ा ने मुल्तानी भाषा में भजन व कमल नयन वर्मा ने मुल्तानी हास्य रस में कविता सुनाए। कार्यक्रम के समापन से पहले फूलों की होली खेली गईं । 

 

ये रहे मौजूद 

इस अवसर पर अनिल नन्दवानी, डॉ. नरेश चुघ, रमेश माटा, परमवीर ढींगरा, जगत राजपाल, महेंद्र बजाज, विजय रिहानी, सुरेश बवेजा, गोविंद झांब, लक्षमण बजाज, लक्ष्मी मिगलानी, हरीश शर्मा, राजू पाहवा, युधिष्ठिर शर्मा, नरेंद्र बरेजा, नारायण दास चावला, रमेश सलूजा व जगदीश बरेजा मौजूद रहे।

कोई सीए, कोई डॉक्टर, कोई कर रहा तैयारी 

मंच से 18 को सम्मानित किया गया। इनमें से कुछ सीए हैं तो कुछ डॉक्टर। वहीं कुछ उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर रहे हैं। एडवोकेट भी हैं, जो जज बनने की तैयारी कर रहे हैं।

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