Panipat के Coronavirus आशंकित वृद्धा की मौत, बुखार आौर सांस लेने में थी दिक्‍कत

पानीपत में कोरेाना आशंकित वृद्धा की मौत हो गई है। महिला को बुखर था और सांस लेने में दिक्‍कत हो रही थी।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Mon, 06 Apr 2020 12:32 PM (IST) Updated:Mon, 06 Apr 2020 12:34 PM (IST)
Panipat के Coronavirus आशंकित वृद्धा की मौत, बुखार आौर सांस लेने में थी दिक्‍कत
Panipat के Coronavirus आशंकित वृद्धा की मौत, बुखार आौर सांस लेने में थी दिक्‍कत

पानीपत, जेएनएन। बापौली निवासी कोरोना आशंकित वृद्धा की रोहतक पीजीआइ में मौत हो गई है। वृद्धा का स्वाब सैंपल की रिपोर्ट नहीं आई है। मृतका के स्वजनों ने सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ पर सैंपल लेने में देर लगाने का आरोप लगाया है। सुमित्र शुक्रवार को घर के बाथरूम में गिरी, सिर में चोट लगी थी। बुखार और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। 

स्वजन उन्हें बापौली के प्राइवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे, वहां से सिग्नस महाराजा हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। कोरोना वायरस जांच के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे एंबुलेंस सिविल अस्पताल पहुंची, डेढ़ बजे के बाद स्वाब सैंपल लेकर रोहतक पीजीआइ रेफर कर दिया था। सिविल अस्पताल में सीटी स्कैन हुआ था। पुत्र प्रमोद के बताया कि रविवार सुबह करीब सवा आठ बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।

उधर, एसआइ के अंतिम संस्कार में शामिल नौ लोग क्वारंटाइन

हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर के अंतिम संस्कार में शामिल हुए पानीपत के सभी नौ लोगों को एनसी मेडिकल कॉलेज स्थित क्वारंटाइन में भेज दिया है। इनके स्वाब सैंपल लिए गए हैं। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सुधीर बतरा ने बताया कि सोनीपत में कार्यरत रहे एसआइ पंजाबी बाग दिल्ली स्थित महाराजा अग्रसेन अस्पताल में 13 मार्च से उपचाराधीन थे। चार मार्च को मौत के बाद अंतिम संस्कार सोनीपत में किया गया था। पुलिस अधीक्षक सोनीपत का रविवार को पत्र मिला, जिसमें मृत्यु का कारण कोरोना वायरस (कोविड-19) और अन्य बीमारी बताया गया। उन्होंने गांव शिमला गुजरानी और समालखा वासी नौ लोगों के नाम-पते भेजे थे, जो अनजाने में अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। इनमें एक महिला भी है। 

दुबई से लौटी महिला की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव

कोरोना वायरस की जंग के बीच एक और राहत की खबर आई है। दुबई से लौटी मॉडल टाउन की जिस महिला को कोरोना वायरस संक्रमण हुआ था, उसकी तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अब तक जिले में चार मरीज कोरोना वायरस से ग्रस्त मिले थे। तीन ठीक होकर घर लौट चुके हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को 18 लोगों के स्वाब सैंपल जांच के लिए लैब भेजे हैं। सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने बताया कि बड़ौली स्थित प्रेम इंस्टीट्यूट में बने क्वारंटाइन में रह रहे कुछ जमातियों ने खांसी-बुखार की शिकायत की थी। देर शाम आठ बजे टीम इंस्टीट्यूट में भेजी गई। नौ लोगों के सैंपल लिए गए हैं।

ओपीडी में 15 की जांच

सिविल अस्पताल स्थित कोरोना वायरस ओपीडी में रविवार को खांसी-जुकाम-बुखार से ग्रस्त 15 मरीज जांच कराने पहुंचे। ओपीडी के स्टाफ ने सभी से उनकी हिस्ट्री जुटायी। कोरोना वायरस के लक्षण नहीं होने पर सभी को मेडिसिन ओपीडी में परामर्श लेने को कहा।

मिठाई स्टॉक करना होगा नष्ट

जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्यामलाल ने बताया कि शहर में 70-80 से अधिक मिठाई की दुकानें हैं। लॉकडाउन के कारण सभी दुकानें बंद चल रही हैं। मिठाई की गुणवत्ता खराब होनी शुरू हो गई है। लॉकडाउन के बाद स्टॉक में रखी मिठाई की बिक्री हुई तो सेवन से स्वास्थ्य खराब हो सकता है।

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