6 जुलाई से पहले ग्रीन बेल्ट से उठवाएं सीईटीपी की गाद, 15 दिन बाद देखूंगी हरियाली

कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से ग्रीन बेल्ट में बहाई गई गाद (स्लज) पर डीसी ने कड़ा संज्ञान लिया है। सोमवार सुबह 1015 बजे सेक्टर 29 पार्ट-2 स्थित सीईटीपी प्लांट का औचक निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jul 2019 10:29 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2019 06:34 AM (IST)
6 जुलाई से पहले ग्रीन बेल्ट से उठवाएं सीईटीपी की गाद, 15 दिन बाद देखूंगी हरियाली
6 जुलाई से पहले ग्रीन बेल्ट से उठवाएं सीईटीपी की गाद, 15 दिन बाद देखूंगी हरियाली

जागरण संवाददाता, पानीपत : कॉमन एफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट (सीईटीपी) से ग्रीन बेल्ट में बहाई गई गाद (स्लज) पर डीसी ने कड़ा संज्ञान लिया है। सोमवार सुबह 10:15 बजे सेक्टर 29 पार्ट-2 स्थित सीईटीपी प्लांट का औचक निरीक्षण करने पहुंचीं। निरीक्षण के दौरान ग्रीन बेल्ट में गाद देखकर दो-तीन दिनों में वहां से उठवाने के निर्देश दिए। प्लांट परिसर और उसके आसपास हरियाली की कमी देखकर नाराजगी जताई। 15 दिन बाद दूसरी बार निरीक्षण के दौरान हरियाली में किसी तरह की कमी दिखाई न देने की सख्त हिदायत दी।

सेक्टर 29 पार्ट-2 की डाइंग यूनिटों का रंगीन पानी भूजल स्तर को जहरीला बना रहा है। फैक्ट्रियों से निकलने वाले दूषित जल के शोधन के लिए 30-30 एमएलडी के दो प्लांट लगाए गए हैं। एक प्लांट ट्रायल पर है। बीते शनिवार को चालू प्लांट से गाद निकाल कर ग्रीन बेल्ट में छोड़ा गया।

पौधे क्यों नहीं लगे प्लांट में

सीईटीपी परिसर में हरियाली नहीं दिखने पर डीसी ने हशविप्रा एक्सईएन जगमाल व प्लांट प्रबंधक जितेंद्र से पूछा कि पानीपत में इतना प्रदूषण है। हरियाली यहां क्यों नहीं दिख रही है। जगह की तो कमी नहीं है। सीईटीपी प्लांट में रखे गमले में न पौधे दिखे और न मिट्टी। डीसी ने पूछा कि कितना का स्टाफ है। एक्सईएन ने कहा कि 25 का स्टाफ है। माली भी उसमें शामिल है। 15 दिन के बाद फिर से प्लांट देखने आएंगी। डीसी ने स्टोर में अव्यवस्था देखकर दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

स्लज कहां छोड़ा गया वो दिखाओ

सीईटीपी ने निकले स्लज के बारे में डीसी ने पूछा। एक्सईएन उन्हें प्लांट के ठीक सामने ग्रीन बेल्ट की तरफ ले गए। सड़क पार कर दिखाया। डीसी ने कहा कि 6 जुलाई से मौसम बदलने वाला है। दो-तीन में इसे उठवा कर रिपोर्ट दें।

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