Haryana Assembly Election 2019: कांग्रेस में बगावती सुर के बीच अंबाला शहर, छावनी, नारायणगढ़ और मुलाना के प्रत्‍याशी घोषित Panipat News

कांग्रेस ने अंबाला छावनी को छोड़कर अंबाला शहर छावनी नारायणगढ़ और मुलाना के प्रत्‍याशी घोषित कर दिए हैं। वहीं कांग्रेस में विरोध के सुर भी तेज हो गए हैं।

By Anurag ShuklaEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 12:30 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 04:38 PM (IST)
Haryana Assembly Election 2019: कांग्रेस में बगावती सुर के बीच अंबाला शहर, छावनी, नारायणगढ़ और मुलाना के प्रत्‍याशी घोषित Panipat News
Haryana Assembly Election 2019: कांग्रेस में बगावती सुर के बीच अंबाला शहर, छावनी, नारायणगढ़ और मुलाना के प्रत्‍याशी घोषित Panipat News

पानीपत/अंबाला, [दीपक बहल]।  कांग्रेस नेताओं के बगावती सुर के बीच हाईकमान ने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। अंबाला छावनी विधानसभा सेे वेणु सिंगला अग्रवाल, अंंबाला शहर से पूर्व विधायक जसबीर मलौर को, नारायणगढ़ से पूर्व सीपीएस एवं विधायक रहे रामकिशन गुर्जर की पत्‍नी शैली चौधरी को और मुलाना (आरक्षित) से चौ. वरुण मुलाना को चुनाव मैदान में उतारा गया है। अंबाला छावनी विधानसभा सीट से वेणु अग्रवाल और चित्र सरवारा, दोनों को लेेेेकर पार्टी असमंजस की स्थिति में थी। 

दिन में कलह खुलकर आ गई सामने

जैसे-जैसे दिन बीता, अटकलों का बाजार गर्म होता रहा। हुड्डा और सैलजा गुट के बीच चल रही कलह खुलकर सामने आ गई। जैसे ही अंबाला छावनी से प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेणु अग्रवाल का नाम चर्चाओं में आया तो चौधरी निर्मल सिंह के समर्थक खुलकर विरोध में सामने आ गए। इसी तरह अंबाल शहर से पूर्व विधायक जसबीर मलौर का नाम सुर्खियों में आया, तो यहां पर भी हिम्मत सिंह के समर्थकों ने विरोध शुरू कर दिया। आलम यह रहा कि निर्मल सिंह और हिम्मत सिंह के समर्थक वेणु अग्रवाल और जसबीर मलौर की खिलाफत करने लगे। सोशल मीडिया पर समर्थकों ने दोनों नेताओं के वीडियो तक वायरल कर दिए। एक उम्मीदवार को जहां दलबदलू कहा गया तो दूसरे पर भी सवाल उठा दिए। छावनी कांग्रेस भवन पर पार्टी नेताओं व वर्करों का जमावड़ा लगा रहा। वहीं अंबाला शहर कांग्रेस भवन में तो सन्नाटा रहा।

छावनी से चित्र तो शहर से हिम्मत के समर्थन में उतरे कार्यकर्ता

अपने नेताओं को टिकट की रेस में पिछड़ता देख समर्थकों के बगावती सुर सामने आ गए। अंबाला छावनी के निकलसन रोड पर जहां निर्मल गुट के समर्थकों ने डेरा डाल लिया और जमकर भड़ास निकाली, वहीं अंबाला शहर में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा के खिलाफ ही नारेबाजी कर दी। अंबाला छावनी से वेणु अग्रवाल और चित्र सरवारा का नाम चलता रहा, वहीं शहर से जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह का नाम चला। रेस में पिछडऩे के बाद चित्र ओर हिम्मत के समर्थकों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया। हालांकि देर सायं तक कांग्रेस की लिस्ट जारी नहीं हो सकी, जबकि इसका इंतजार किया जा रहा है कि छावनी और शहर से किसे कांग्रेस चुनाव मैदान में उतारेगी। दूसरी ओर मलौर और वेणु के समर्थक फिलहाल शांत हैं और उनकी ओर से अभी तक कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है ।

चित्र को बताया जमीन से जुड़ा नेता

अंबाला छावनी विधानसभा सीट से टिकट रेस में आगे चल रही वेणु अग्रवाल के विरोध में निर्मल गुट के समर्थक छावनी कांग्रेस भवन पर एकत्रित हुए। यहां पर पार्टी नेताओं ने जहां चित्र को जमीन से जुड़ा नेता बताया। नेताओं ने कहा कि चित्र पांच साल तक जनता के बीच रहकर काम किया और पार्टी की पहचान लोगों में बनाई है। अब उनको दरकिनार कर किसी दूसरे को टिकट दिया जा रहा है।

नारायणगढ़ से भाजपा ने उतारा सुरेंद्र राणा को

नारायणगढ़ से भाजपा ने सुरेंद्र राणा को मैदान में उतारा है। देर रात उनके नाम की घोषणा की गई। सुरेंद्र राणा जिला परिषद अंबाला के चेयरमैन हैं और कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी विश्वासपात्रों में उनकी गिनती होती है। इस सीट से पहले नायब सैनी की पत्‍नी सुमन सैनी सहित पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिक का नाम चला था।

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