डेढ़ माह से सिविल सर्जन की कुर्सी खाली, विभाग के रुके काम

सिविल सर्जन की कुर्सी जिला पानीपत में करीब डेढ़ माह से खाली है। इसका खामियाजा कर्मचारियों और मरीजों को उठाना पड़ रहा है। यूं तो डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा दायित्व संभाल रहे हैं। अब उन्हें डीडी पॉवर भी मिल गई है। इसके बावजूद विभिन्न मदों के बिल रुके हुए हैं। इमरजेंसी वार्ड को नई बि¨ल्डग में शिफ्ट करने का काम भी रुक गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 09:37 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 09:37 PM (IST)
डेढ़ माह से सिविल सर्जन की कुर्सी खाली, विभाग के रुके काम
डेढ़ माह से सिविल सर्जन की कुर्सी खाली, विभाग के रुके काम

जागरण संवाददाता, पानीपत : सिविल सर्जन की कुर्सी जिला पानीपत में करीब डेढ़ माह से खाली है। इसका खामियाजा कर्मचारियों और मरीजों को उठाना पड़ रहा है। यूं तो डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा दायित्व संभाल रहे हैं। अब उन्हें डीडी पॉवर भी मिल गई है। इसके बावजूद विभिन्न मदों के बिल रुके हुए हैं। इमरजेंसी वार्ड को नई बि¨ल्डग में शिफ्ट करने का काम भी रुक गया है।

गौरतलब है कि 20 जुलाई को तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने समालखा के गांव देहरा स्थित झोलाछाप के क्लीनिक में छापामारी की थी। समालखा विधायक र¨वद्र मच्छरौली के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने टीम का घेराव करते हुए, जब्त की गई मेडिसिन, रिकॉर्ड आदि छीन लिया था। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. मुनीश गोयल की शिकायत पर पुलिस ने पुलिस ने इस मामले में मेहरबान, सुरेश शर्मा और विरेंद्र छौक्कर सहित 103 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया था। इस मामले में पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा और समालखा विधायक र¨वद्र मच्छरौली झोलाछाप के पक्ष में खड़े हो गए थे। र¨वद्र ने तो स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मुलाकात कर डॉ. संतलाल के तबादले की मांग कर दी थी।

विधायकों की नाराजगी के चलते संतलाल का तबादला 28 जुलाई को नूंह कर दिया गया था, चार अगस्त को वे रिलीव हो गए थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा सरकार ने 23 अगस्त को तबादलों की दो सूची जारी की। पहली सूची में करनाल से ट्रांसफर किए गए स्टेट बैक्टीरियोलॉजिस्ट डॉ. डीएन बागड़ी को पानीपत भेजा गया था, दूसरी सूची में उनका तबादला रद कर दिया गया था। तभी से सिविल सर्जन की कुर्सी खाली पड़ी है।

कार्यवाहक सिविल सर्जन डॉ. नवीन सुनेजा ने कहा कि सिविल सर्जन के नहीं होने से कई काम रुके हुए हैं। डीडी पॉवर मिलने से डॉक्टरों की तनख्वाह तो रिलीज हो गई है, विभिन्न मदों के बिल का भुगतान भी जल्द कर दिया जाएगा।

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