सिविल अस्पताल के लेबर वार्ड में बंदर ने मचाया उत्पात, एक घंटे तक बंधक बने रहे मरीज और तीमारदार

सिविल अस्पताल के नए भवन की दूसरी मंजिल पर स्थित लेबर वार्ड में बृहस्पतिवार को एक बंदर ने घुसकर एक घंटे तक जमकर उत्पात मचाया। एसी की सीलिग तोड़ दी। बंदर के खौफ से करीब एक घंटे तक मरीज तीमारदार और स्टाफ वार्ड में बंधक बने रहे। सूचना देने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने गंभीरता से नहीं लिया। इसी लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ा। घटना सुबह करीब 11 बजे की है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 May 2019 07:42 AM (IST) Updated:Fri, 03 May 2019 07:42 AM (IST)
सिविल अस्पताल के लेबर वार्ड में बंदर ने मचाया उत्पात, एक घंटे तक बंधक बने रहे मरीज और तीमारदार
सिविल अस्पताल के लेबर वार्ड में बंदर ने मचाया उत्पात, एक घंटे तक बंधक बने रहे मरीज और तीमारदार

जागरण संवाददाता, पानीपत: सिविल अस्पताल के नए भवन की दूसरी मंजिल पर स्थित लेबर वार्ड में बृहस्पतिवार को एक बंदर ने घुसकर एक घंटे तक जमकर उत्पात मचाया। एसी की सीलिग तोड़ दी। बंदर के खौफ से करीब एक घंटे तक मरीज, तीमारदार और स्टाफ वार्ड में बंधक बने रहे। सूचना देने के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने गंभीरता से नहीं लिया। इसी लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ा। घटना सुबह करीब 11 बजे की है। प्रबंधन ने दिखाई लापरवाही

--अस्पताल के सेंट्रल एसी की सीलिग के रास्ते से बंदर लेबर वार्ड में घुसा और सीलिग तोड़ दी। आलमारी पर रखे सामान को बिखेर दिया। स्टाफ व एक तीमारदार ने बंदर को भगाने का प्रयास किया तो वह काटने को दौड़ा। इसके बाद, सुरक्षा गार्डो को सूचना दी गई लेकिन बार-बार कॉल करने पर भी एक घंटे बाद वे मौके पर पहुंचे और बंदर को खदेड़ा। बंदर के लेबर वार्ड में घुसने के बाद सुरक्षा गार्डों को मौके पर भेज दिया था। इसमें लापरवाही नहीं बरती गई है। बंदर की तोड़फोड़ से कितना नुकसान हुआ है। इसका आकलन किया जा रहा है। भविष्य में गार्ड बंदरों पर नजर रखेंगे।

डॉ. आलोक जैन, एमएस शहर की इन कॉलोनियों में भी बंदरों का खौफ

शहर में मॉडल टाउन, शांति नगर, विराट नगर, सेक्टर 11-12, बिसनस्वरूप कॉलोनी और सेक्टर 13-17 में आए दिन बंदरों के उत्पात की सूचना मिलती है। बंदरों के खौफ से लोग छतों पर भी नहीं जा पा रहे हैं। नगर निगम के पास भी बंदरों को पकड़वाने की ठोस योजना नहीं है। कई बार बंदर पकड़वाने के लिए टेंडर जारी किए गए, लेकिन कुछ समय बाद ही काम छोड़कर भाग गए।

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