भाजपा मंडलाध्यक्ष के चुनाव से सियासत गर्म, पांच मंडलों में कई दावेदार

11 बजे सुबह से शुरू हुई बैठक 07 बजे शाम तक चली बतौर चुनाव पर्यवेक्षक महिला और बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने ली कार्यकर्ताओं बैठक

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 07:00 AM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 07:00 AM (IST)
भाजपा मंडलाध्यक्ष के चुनाव से सियासत गर्म, पांच मंडलों में कई दावेदार
भाजपा मंडलाध्यक्ष के चुनाव से सियासत गर्म, पांच मंडलों में कई दावेदार

जागरण संवाददाता, पानीपत: मंडलाध्यक्षों के चुनाव के लिए भाजपा में सियासत तेज हो गई है। चुनाव पर्यवेक्षक के सामने एक-एक मंडल से कई दावेदार सामने आए। इन दावेदारों ने न सिर्फ दावेदारी पेश की, बल्कि समर्थन के लिए बतौर चुनाव पर्यवेक्षक महिला और बाल विकास राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के सामने शर्तें भी रख दीं। पानीपत के पांच मंडलों के दावेदारों की सूची लेकर राज्य मंत्री शाम 7 बजे चंडीगढ़ रवाना हो गईं। मंडलाध्यक्ष के नामों पर अंतिम फैसला संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी करेंगे।

भाजपा संगठन में मंडलाध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया 21-23 जनवरी के बीच हुई। पानीपत विधानसभा में महिला और बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया। जीटी रोड स्थित विधायक प्रमोद विज के कार्यालय में सुबह 11 बजे सर्वप्रथम मॉडल टाउन मंडल की बैठक शुरू हुई। इस मंडल में विरेंद्र तनेजा, दिवाकर मेहता, सूरज वर्मा, डॉ. अजय दुआ और सतीश गंभीर अध्यक्ष पद के लिए मंत्री के समक्ष दावेदारी पेश की। उत्तरी शहरी मंडल के लिए दिनेश पुजारा, राममोहन शर्मा, प्रीतम गुर्जर, पवन शर्मा, हिमांशु कटारिया और नारायण पुनिया ने मंत्री के समक्ष दावेदारी प्रस्तुत की।

दक्षिणी शहरी मंडल से महेश नारंग, विजय शर्मा और डिपी गुलयानी के नाम सामने आए हैं। किशनपुरा व तहसील कैंप मंडल में भी कई दावेदार हैं। किसी ने समर्थन तो किसी ने दावेदारी पेश की

मंत्री ने एक-एक करके दावेदारों से बातचीत की। इस दौरान कि एक दावेदार ने दूसरे को समर्थन देने की बात सामने रखी। उत्तरी शहरी मंडल के एक दावेदार पार्टी के खिलाफ बोलने लगें। राज्य मंत्री ने उन्हें नसीहत दी कि इस तरह से पार्टी को बदनाम न करें। कार्यकर्ताओं को दी सीख

मंत्री कमलेश ढांडा ने कार्यकर्ताओं से बातचीत में कहा कि जो भी संगठन के लिए तत्परता से समर्पित होगा, उसके लिए कई अवसर हैं। जो संगठन के लिए काम करेगा, निश्चित तौर पर उसे उसका हक मिलेगा। वहीं मंडलाध्यक्ष चुनाव पर कहा कि वह केवल रायशुमारी लेने आई हैं। आखिरी निर्णय संगठन का ही होगा। इस अवसर पर कार्यकारी जिलाध्यक्ष देवेंद्र दत्ता, जिला उपाध्यक्ष तरुण गांधी, पूर्व जिलाध्यक्ष तरुण गांधी, सुनील सोनी और पार्षद अशोक कटारिया मौजूद थे।

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