निवेश में बड़ा धोखा, हरियाणा में डाकघर बचत योजना के नाम पर एजेंट ने खाताधारकों से हड़पे करोड़ों

हरियाणा में निवेश के नाम पर एजेंट ने करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की। जींद के जुलाना में डाकघर बचत योजना के नाम पर एजेंट ने खाताधारकों के करोड़ों रुपये हड़पे। दो दर्जन लोगों के पैसे हड़प कर पिछले साल आरोपित परिवार सहित हो गया फरार।

By Joginder DuhanEdited By: Publish:Fri, 30 Sep 2022 12:23 PM (IST) Updated:Fri, 30 Sep 2022 12:23 PM (IST)
निवेश में बड़ा धोखा, हरियाणा में डाकघर बचत योजना के नाम पर एजेंट ने खाताधारकों से हड़पे करोड़ों
बचत खाता के नाम पर करोड़ों ठगे।

जींद, जागरण संवाददाता। जींद में जुलाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लोगों ने डाकघर बचत योजना के एजेंट पर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। शिकायत पर जुलाना थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायत में करीब दो दर्जन लोगों ने कहा है कि उनकी किस्त नियमित रूप से लेने के बाद भी इसे डाकघर में जमा नहीं करवाया।

घर-जमीन बेचकर हो गया फरार

अब आरोपित अपनी जमीन व मकान बेचकर फरार हो गया है। जुलाना थाना प्रभारी को श्यामलाल, सीमा व उसका पति धर्मबीर, श्यामलाल का पुत्र दीपक और पुत्री रितु के खिलाफ षडयंत्र के तहत डाकघर एजेंट के माध्यम से बचत खाते में जमा राशि करने के नाम पर रुपये ऐंठने और नकदी लेकर फरार होने की शिकायत दी है। साथ ही रितु द्वारा गुंडो से उठवाकर जान से मरवाने की धमकी देने का भी आरोप लगाया।

बचत खाते और एफडी करवाई

शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वे जुलाना व आसपास के गांव के रहने वाले हैं। वे छोटे दुकानदार व मजदूर आदमी हैं। श्यामलाल की पुत्रवधु सीमा डाकघर जुलाना की एजेंट थी और श्यामलाल एजेंट का कार्य करता था। श्यामलाल ने उनके बचत खाते खुलवाए हुए हैं और कुछ की एफडी भी करवाई है। किसी से अपनी मजबूरी बताकर ब्याज पर नकद राशि ली हुई थी।

हर माह ले जाता था रुपये

श्यामलाल उनसे हर माह बचत खाता में जमा करवाने के लिए किस्त की राशि नकद लेता रहता था और अपने विश्वास में लेकर उनकी पासबुक अपने पास रखता था। उनमें से किसी की बचत खाता की किस्त पूर्ण होने उपरांत डाकघर से रुपये निकलवाने के लिए फार्म पर हस्ताक्षर करवाकर राशि निकलवाने के बाद अपनी मजबूरी बताकर कुछ समय में वापस देने का आश्वासन देकर खुद रख लेता। श्यामलाल ने अपनी मजबूरी बताकर उनमें से किसी से ब्याज पर नकद रुपये लिए। वह बचत खाते में जमा करने के लिए उनसे ली गई किस्तों की राशि खाते में जमा ना करवाकर खुद हड़प गया।

परिवार सहित एजेंट हो गया फरार

पिछले साल छह-सात फरवरी की रात को अपने मकान व दुकानों को ताला लगाकर बिना किसी को बताए श्यामलाल अपने परिवार सहित जलाना छोड़कर फरार हो गया था। उन के द्वारा अपने तौर पर श्यामलाल की काफी पूछताछ व तलाश की गई। लेकिन उसका व परिवारवालों का कोई अता पता नहीं चला। उसके बाद उन्होंने श्यामलाल की लड़की रितु से करीब एक सप्ताह बाद संपर्क किया, तो रितू ने आश्वासन दिया कि वह पिता द्वारा उनसे ली गई राशि का पूरा हिसाब कर देगी। वे जब भी रितु को इस बारे कहते, तो राशि देने का आश्वासन देती रही।

यहां भी मिला धोखा

अब पता चला है कि रितु ने उसके पिता श्यामलाल की प्रोपर्टी अपने नाम करवा कर प्रोपर्टी लोगों को बेचकर खुद रुपये लेकर चली जाती है तथा हमारा किसी का कोई हिसाब किताब नहीं कर रही है। रितु एक जुलाई को अपने पिता की प्रोपर्टी पर खरीदार को कब्जा दिलवाने के लिए जुलाना में आई हुई थी। वे जब रितु से मिले, तो उसने आश्वासन दिया कि वह सभी को उसके पिता श्यामलाल से मिलवा कर हिसाब किताब कर देगा। रितु को फिर उसके पिता श्यामलाल से मिलवाने व हमारा हिसाब किताब करने के लिए कहा, तो रितु ने धमकी दी कि वह वकील है और उसे पिता के बारे में सब पता है। वह ना तो पता बताएगी और पैसे भी नहीं दिलवाएगी।

झूठे आरोप में फंसाने की दी धमकी

रितु ने भी धमकी दी कि वह झूठे आरोप लगाकर झूठे केस में फसवा देगी और कुछ को उठवाकर जान से मरवा देगी। उक्त लोगों ने पड्यंत्र रचकर उनके साथ धोखाधड़ी करके करोड़ों रुपये हड़प लिए और फरार हो गए हैं। रितु से हमारे को जान व माल का खतरा भी बन गया है। इसलिए श्यामलाल, सीमा, रितु की जल्द तलाश करवाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनकी राशि दिलाई जाए। पीड़ितों में संजय सोनी, लवली वर्मा, जयप्रकाश मलिक, मोहित, रामेश्वर पटवारी, राजेश, दीपक, विष्णुदत्त, महेंद्र कुमार, राजगढ़ निवासी विनोद, करसोला गांव निवासी प्रदीप, राजबाला, बिमला, जगसिंह, बजेराम राजगढ़, कमला देवी सहित दो दर्जन लोग शामिल हैं। पुलिस ने आरोपित श्यामलाल, उसकी पुत्री रितू, पुत्रवधु सीमा व बेटों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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