बाजार प्रधानों में गुस्से की बर्फ पिघली, मदान की फिर जय-जय

जागरण संवाददाता, पानीपत : संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधानों के बीच जमी असहमति की बर्फ पिघली तो 32

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jan 2018 02:09 AM (IST) Updated:Sun, 07 Jan 2018 02:09 AM (IST)
बाजार प्रधानों में गुस्से की बर्फ पिघली, मदान की फिर जय-जय
बाजार प्रधानों में गुस्से की बर्फ पिघली, मदान की फिर जय-जय

जागरण संवाददाता, पानीपत :

संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधानों के बीच जमी असहमति की बर्फ पिघली तो 32 प्रधानों ने अनिल मदान का फिर से समर्थन कर दिया। कुछ दिन पहले तक विरोध की आवाज उठा रहे प्रमुख लोगों ने गिले-शिकवे तो रखे, साथ ही समाज में एकसाथ चलने का वादा भी किया। संयुक्त व्यापार मंडल के प्रधान अनिल मदान को दो साल तक काम करने पर 32 प्रधानों ने स्वीकृति दे दी है। लैय्या बारात घर में बुलाई गई पिछले कई दिनों से अनिल मदान नाराज प्रधानों को एकजुट करने में जुटे हुए थे।

इंसार बाजार एसोसिएशन के प्रधान सुनील अरोड़ा की अध्यक्षता में दोनों पक्षों के प्रधानों की बैठक में राजनीति न करने, सभी प्रधानों की बात सुनने, हर महीने बैठक बुलाने पर सहमति हुई। बैठक में सुनील अरोड़ा ने व्यापार मंडल में प्रधानों की नाराजगी का कारण बताया। इसके बाद असंध रोड एसोसिएशन के प्रधान जीत मैणी ने व्यापारी एकता पर जोर दिया। अनिल मदान ने व्यापारिक एसोसिएशन के गिले शिकवे दूर करते हुए गलती स्वीकार की। कहा कि भविष्य कोई गलती नहीं होगी। मिल बैठकर सभी फैसले लेंगे। गीता कालोनी एसोसिएशन के योगेश ने कहा कि सभी एसोसिएशन समान हैं। सभी को अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए। सभी की सुनवाई होनी चाहिए। संयुक्त व्यापार मंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों की व्यापारी शामिल है लेकिन राजनीति नहीं होनी चाहिए।

विवाद सुलझाने के लिए आयोजित की गई इस बैठक में चार ही प्रधान बोले। पार्षद अशोक नारंग ने बताया कि आपस में सभी सुलह हो गई है। बैठक में सराफा बाजार एसोसिएशन के प्रधान राजेश एक घंटे की देरी से पहुंचे।

बैठक में मौजूद रहे प्रधान

सुनील मुंजाल, सुशील भराड़ा, बाबू बरेजा, राजेश सूरी, प्रेम अरोड़ा, मो¨हदर हड़िया, राजू चावला, मुलख राज, विपिन चुघ, कृष्ण अग्रवाल, सुनील अरोड़ा, सुरेश बवेजा, इंद्रजीत कथूरिया, अशोक नारंग, चरणजीत गक्खड़, लक्की शर्मा, मुरली मनीष सड़ाना, गौरव लीखा, अनिल मदान, योगश, जीत मैनी, संजय वर्मा, विजय कक्कड़, कृष्ण फुटेला, कवि राज, राजीव खरबंदा, सुनील वर्मा, अशोक सलूजा, अशोक चौधरी, चंदर सहगल, जगदीश आहूजा, करमचंद नारंग शामिल रहे।

36 में से 32 प्रधान एक मंच पर आ गए। चार प्रधान अपनी निजी व्यवस्तता के चलते नहीं आए। संयुक्त व्यापार मंडल मिलजुल काम करेगा। यह सहमति बनी है। गिले शिकवे दूर कर लिए गए हैं।

अनिल मदान, प्रधान, संयुक्त व्यापार मंडल ।

chat bot
आपका साथी