रोडवेज कर्मियों की हड़ताल चार दिन और बढ़ी, लोगों की नहीं खत्‍म हुई परेशानी

हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल चार दिन और जारी र‍हेगी। कर्मचारी नेताओं की परिवहन मंत्री कृष्‍णलाल पंवार से वार्ता के विफल होेने के बाद तालमेल कमेटी ने यह ऐलान किया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 24 Oct 2018 06:48 PM (IST) Updated:Thu, 25 Oct 2018 03:15 PM (IST)
रोडवेज कर्मियों की हड़ताल चार दिन और बढ़ी, लोगों की नहीं खत्‍म हुई परेशानी
रोडवेज कर्मियों की हड़ताल चार दिन और बढ़ी, लोगों की नहीं खत्‍म हुई परेशानी

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में हरियाणा रोडवेज कर्मचा‍रियों की हड़ताल 10वें दिन भी जारी है। कर्मचारी नेताओं ने सरकार से वार्ता विफल होने के बाद हड़ताल को चार दिन और बढ़ा दिया है। रोडवेज कर्मचारी यूनियनों के नेताअों और चंडीगढ़ में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार की बुधवार को देर शाम तक चली वार्ता विफल हाे गई। यह बातचीत यहां हरियाणा निवास में हुई। रोडवज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने बृहस्‍तपतिवार को एेलान किया कि हड़ताल चार दिन और जारी रहेगी। इसके बाद अगले कदम के बारे में फैसला किया जाएगा।

किलोमीटर स्‍कीम के तहत निजी बसें न चलाने के मुद्दे पर नहीं बनी बात, हड़ताल जारी रखने का एेलान

जानकारी के अनुसार, वार्ता शाम करीब साढ़े पांच शुरू हुई। वार्ता में सहमति नहीं बनी। कर्मचारी नेता निजी बसों काे किलाेमीटर स्‍कीम के तहत नहीं चलने देने पर अड़ गए। वार्ता में रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के पदाधिकारी हरिनारायण शर्मा, इंद्र सिंह बधाना, दलबीर सिंह किरमारा, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान और पहल सिंह तंवर सहित दर्जनभर कर्मचारी नेता शामिल हुए। हरियाणा सरकार की ओर से मुख्यमंत्री मनोहरलाल के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह भी मौजूद रहे।

वार्ता के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कर्मचारी नेता।

चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के साथ ढाई घंटे चली बैठक में किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने के मुद्दे पर नहीं बात नहीं। परिवहन मंत्री ने घोटाले के आरोपों की विजिलेंस जांच कराने की बात कही, लेकिन 510 बसों का टेंडर वापस लेने से हाथ खड़े कर दिए। हालांकि उन्होंने जांच पूरी होने तक बाकी 190 बसों का टेंडर जारी नहीं करने का भरोसा दिलाया, लेकिन कर्मचारी नेता सभी बसों का टेंडर रद करने की मांग पर अड़े रहे। मंत्री के इन्‍कार के बाद रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने हड़ताल जारी रखने का किया एलान।

किमी स्कीम के तहत 510 बसों का टेंडर रद करने से परिवहन मंत्री का इंकार, विजिलेंस जांच को तैयार

किलोमीटर स्कीम के विरोध में नौ दिन से चल रही रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने की उम्मीदों पर बुधवार को भी पानी फिर गया। परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार कांट्रेक्ट पर 510 बसें चलाने पर अड़े रहे तो रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने टेंडर रद करने की जिद नहीं छोड़ी। नतीजन ढाई घंटे वार्ता की रस्म अदायगी के बाद कर्मचारी नेताओं ने हड़ताल जारी रखने का एलान कर दिया।

रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने बुलाई आपातकालीन बैठक, बेमियादी हो सकती हड़ताल

किलोमीटर स्कीम के तहत 720 बसें चलाने पर टकराव को सुलझाने की कोशिश में सरकार ने बुधवार को तीन दिन में दूसरी बार रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। हरियाणा निवास में शाम करीब साढ़े चार बजे शुरू हुई बैठक में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के साथ रोडवेज के नए महानिदेशक रमेश चंद्र बिदान के अलावा हाल ही में बदले गए पंकज अग्रवाल भी वार्ता की टेबल पर बैठे।

कर्मचारी तालमेल कमेटी की ओर से वीरेंद्र धनखड़, हरिनारायण शर्मा, इंद्र सिंह बधाना, दलबीर सिंह किरमारा, अनूप सहरावत, जयभगवान कादियान और पहल सिंह तंवर सहित 14 कर्मचारी नेता वार्ता में शामिल हुए। एस्मा के तहत जेल में बंद वीरेंद्र धनखड़ को सरकार ने तालमेल कमेटी के दबाव में बीते रोज ही रिहा कराया था।

करीब ढाई घंटे चली मैराथन बैठक में कर्मचारी नेताओं ने टेंडर में घोटाले का आरोप जड़ते हुए कहा कि पॉलिसी बनाते हुए पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड की किलोमीटर स्कीम का अध्ययन नहीं किया गया। वर्ष 2016 में भी प्रदेश सरकार यह स्कीम लाई थी, लेकिन 19.50 रुपये प्रति किलोमीटर रेट होने के चलते किसी ट्रांसपोर्टर ने आवेदन नहीं किया। जांच कराई जाए कि आखिर कैसे इस रेट को दोगुना कर 38 रुपये किया गया। शरबत पूनिया ने दावा किया कि यह रोडवेज का अभी तक का सबसे बड़ा घोटाला है और इसकी जांच होनी चाहिए।

510 बसों के टेंडर की विजिलेंस जांच, 190 का टेंडर रोका : पंवार

परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने घोटाले के आरोपों की विजिलेंस जांच कराने की बात कही, लेकिन 510 बसों का टेंडर वापस लेने से हाथ खड़े कर दिए। हालांकि उन्होंने जांच पूरी होने तक बाकी 190 बसों का टेंडर जारी नहीं करने का भरोसा दिलाया, लेकिन कर्मचारी नेता सभी बसों का टेंडर रद करने की मांग पर अड़े रहे। मंत्री के इन्‍कार के बाद रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने पीछे नहीं हटने का एलान कर दिया।

एक माह का वेतन और दो साल का वेतन देने को तैयार रोडवेज कर्मचारी

तालमेल कमेटी के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार निजी बसों की जगह रोडवेज में नई बसें शामिल करे। अगर जरूरत पड़े तो रोडवेज कर्मचारी एक महीने का वेतन और दो साल का बोनस देने को तैयार हैं। साथ ही साफ कर दिया कि जब तक किलोमीटर स्कीम रद नहीं होती, कर्मचारी काम पर नहीं लौटेंगे।

प्रोबेशन के 309 चालक-परिचालक काम पर लौटे, डिपुओं से निकली 1815 बसें

लंबी खिंच रही हड़ताल के चलते बेपटरी परिवहन सिस्टम को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है। बुधवार को प्रोबेशन पर लगे 309 चालक-परिचालकों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली जिससे रोडवेज की 1815 बसें चली। इसके अलावा निजी स्कूलों की 120 और सहकारी परिवहन समितियों की 1059 बसें सड़कों पर दौड़ी। इस तरह कुल 2994 बसें चली जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली है। इससे पहले मंगलवार को रोडवेज की 1464, सोमवार को 800 व रविवार को 509 रोडवेज बसें ही चल पाईं थी।

इससे पहले कर्मचारी नेताआें की खुल्‍लर ओर धनपत सिंह से पहले भी वार्ता हाे चुकी थी, लेकिन उसमें बात नहीं बनी थी। इसके बाद मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने परिवहन मंत्री कृष्‍णलाल पंवार से मंगलवार रात हड़ताल के मसले पर चर्चा की थी। इसके बाद बुधवार की समझौता वार्ता के लिए रोडवेज कर्मचारी नेताओं को बुलाया गया।

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