तब्लीगी जमातियों ने हरियाणा के गांवों और शहरों में किया था लॉकडाउन का विरोध

कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गण्‍ लॉक डाउन का तब्‍लीगी जमातियों ने हरियाणा में विरोध किया था। वे मौलाना इसके लिए मस्जिदों में मोलाना साद का आडियो सुनाते थे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 03 Apr 2020 07:54 AM (IST) Updated:Fri, 03 Apr 2020 11:14 AM (IST)
तब्लीगी जमातियों ने हरियाणा के गांवों और शहरों में किया था लॉकडाउन का विरोध
तब्लीगी जमातियों ने हरियाणा के गांवों और शहरों में किया था लॉकडाउन का विरोध

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। दिल्ली के निजामुद्दीन की मरकज से निकलकर तब्लीगी जमातियों ने जानबूझकर हरियाणा के गांवों में लॉकडाउन का विरोध किया। इतना ही नहीं उन्होंने लॉकडाउन के दौरान तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद का ऑडियो संदेश मस्जिदों में आई जमात को भी सुनाया। ताकि कोरोना वायरस से बचने को शारीरिक दूरी बनाए रखने संबंधी सरकारी फरमान को गलत साबित किया जा सके।

विदेशी जमातियों के साथ मस्जिदों में आई जमात को सुनाया था मौलाना साद का संदेश

इस ऑडियो संदेश में मौलाना साद ने एक साथ नमाज पढ़ने और लोगों को मस्जिदों में एकत्र होने के लिए उकसाया जाता था। हालांकि शिकंजा कसने अब मौलाना साद का जो दूसरा ऑडियो संदेश सामने आया है, उसमें यू-टर्न लेते हुए सरकारी फरमान को सही बताया जा रहा है। 13 से 28 मार्च तक दिल्ली निजामुद्दीन की मरकज से निकलकर जो भी जमाती हरियाणा के गांवों और शहरों में गए हैं,उन्होंने मुसलमान आबादी के बीच जाकर अलग-अलग तरह से लॉकडाउन का विरोध किया है।

लॉकडाउन के दौरान विदेशियों के साथ एक गांव से दूसरे गांव तक गए जमाती

हरियाणा के मेवात क्षेत्र (नूंह जिला व पलवल जिला का हथीन ब्लॉक) में 264 तब्लीगी जमातियों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से 67 विदेशी हैं और विदेशी जमातियों में से अधिकांश की कोरोना वायरस टेस्ट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही है। इस दौरान ये जमाती एक गांव से दूसरे गांव तक बेरोक-टोक गए। मस्जिदों में ठहरे और वहां जमात को मौलाना मुहम्मद साद का संदेश भी दिया।

आसान नहीं है संक्रमित जमातियों के संपर्क में आए लोगों को श्रृंखलाबंद करना

केस स्टडी के रूप में बताएं तो दिल्ली निजामुद्दीन से पलवल जिला के गांव छांयसा में 12 जमाती 13 मार्च को पहुंचे। इनमें से 10 बंगलादेशी, एक बिहार और एक असम से था। इनकी जिम्मेदारी पलवल जिला के मेव बहुल ब्लॉक हथीन में जमात का प्रचार करना था। इन 10 बंगलादेशियों में से 3 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।

ये सभी 12 जमाती 16 मार्च तक छांयसा गांव में रहने के बाद 17 मार्च को गांव मठेपुर, 21 मार्च को दुरैंची, 26 मार्च को महलूका और 29 मार्च को हूंचपुरी कलां पहुंचे। इस दौरान इन 12 जमातियों का 16,344 की आबादी वाले इन पांच गांवों के 2148 परिवारों से भी संपर्क हुआ। हालांकि अब इन गांवों को प्रशासन ने कोरोना नियंत्रण क्षेत्र (कॉनटेंनमेंट जोन) घोषित कर दिया है मगर सरकार के लिए संक्रमित जमातियों के संपर्क में आए लोगों को श्रृंखलाबंद करना आसान नहीं है।

खुफिया तंत्र की नजरों से ओझल रहा मरकज तब्लीगी जमातियों का सफर

दिल्ली निजामुद्दीन मरकज से मार्च माह के अलग अलग दिनों में निकलकर तब्लीगी जमातियों ने हरियाणा के सुदूर गांवों तक करीब 250 से 300 किलोमीटर तक सफर तय किया। इन पर न तो लॉकडाउन के दौरान पुलिस नाकों पर तैनात पुलिस की नजर पड़ी और न ही ये खुफिया तंत्र की नजरों में आ सके।

गृहमंत्री अनिल विज ने भी इस पर नाराजगी जताई है कि लॉकडाउन के दौरान जब पूरा शासन-प्रशासन अलर्ट मोड पर है तब ऐसी चूक को बर्दास्त नहीं किया जा सकता। पलवल के जिन 5 गांवों में 12 विदेशी 13 से 29 मार्च तक रहे उनके सरपंचों को फिलहाल इसी तरह की चूक के चलते निलंबित भी किया गया है।

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