अधिकारियों ने वेयर हाउसिंग कारपोरेशन को पहुंचाया घाटे में : रावत

हरियाणा वेयर हाउसिग कारपोरेशन को पिछले पांच साल में घाटे में पहुंचाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Nov 2019 06:47 PM (IST) Updated:Thu, 28 Nov 2019 06:17 AM (IST)
अधिकारियों ने वेयर हाउसिंग कारपोरेशन को पहुंचाया घाटे में : रावत
अधिकारियों ने वेयर हाउसिंग कारपोरेशन को पहुंचाया घाटे में : रावत

राजेश मलकानियां, पंचकूला : हरियाणा वेयर हाउसिग कारपोरेशन को पिछले पांच साल में घाटे में पहुंचाने वाले अधिकारियों की रिपोर्ट जल्द ही कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री को सौंपकर उनपर कार्रवाई करवाई जाएगी। मुझे नहीं लगता कि अधिकारियों ने कारपोरेशन और सरकार की आय बढ़ाने के लिए कोई सख्त कदम उठाए हैं। यह बात हरियाणा वेयर हाउसिग कारपोरेशन के नवनियुक्त चेयरमैन नयनपाल रावत ने बुधवार को पदभार संभालने के बाद दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कही। रावत के पदभार मौके पर हरियाणा के कृषिमंत्री जेपी दलाल भी मौजूद थे, जिन्होंने रावत को बधाई दी। पदभार ग्रहण के बाद जेपी दलाल और नयनपाल रावत ने अधिकारियों की बैठक ली। बैठक के बाद रावत ने बताया कि पांच साल में अधिकारियों की लापरवाही से कारपोरेशन घाटे में चली गई। अब रावत ने अधिकारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया है कि प्रपोजल दें, ताकि घाटे से कारपोरेशन को निकाला जाए और क्या कमियां जिन्हें दूर किया जाना है। उन्होंने कहा कि कारपोरेशन में मैन पावर की कमी को दूर किया जाएगा। किसानों का अनाज रखने के लिए स्टोरेज की व्यवस्था अडानी ग्रुप की तर्ज पर की जाएगी। एफसीआइ, हैफेड के साथ क्षमता के अनुसार गोदाम बनाए जाएंगे। किसानों का अनाज रखने के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। भंडारण की क्षमता व्यवस्था ऐसी करेंगे, ऐसा न हो कि स्टोर खाली रह जाएं और ऐसे भी नहीं होने देंगे फसल बाहर पड़ी खराब हो जाए। वेतन के लिए फंड की कोई कमी नहीं

रावत ने कहा कि कारपोरेशन में कर्मचारियों के वेतन के लिए फंड की अभी कोई कमी नहीं है, लेकिन फंड का स्तर काफी नीचे तक पहुंच गया है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में जमीन है, उसी से फंड को मजबूत किया जाएगा। रावत ने मंत्री पद ना मिलने पर कहा कि देखिए उम्मीद तो कभी भी किसी की पूरी नहीं होती। जो मंत्री बन गए हैं, वह सीएम बनना चाहते हैं, जिसके पास तीन मंत्रालय है, पांच मंत्रालय चाहता है। मेरे कुछ ऐसे विधायक साथी हैं, जिसमें जेजेपी या निर्दलीय हैं, उन्हें कुछ भी नहीं मिला, हमें केवल काम करने से मतलब है। मेरा फोकस कारपोरेशन को आगे ले जाने और पृथला की जनता का विकास करने तक है। सीएम को भी मैंने यह बात कह दी है कि पृथला की जनता का काम नहीं रुकना चाहिए। रावत ने कहा कि मैं अपने क्षेत्र की जनता के साथ-साथ कारपोरेशन को भी पूरा समय दूंगा। काम करने वाले के लिये क्षेत्र में तीन दिन भी बहुत हैं।

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