अपराधी को बिरयानी खिलाने का सच, पढ़ें... राजनीति और ब्यूरोक्रेसी के अंदर की और भी खबरें
राजनीति व अफसरशाही कई खबरें ऐसी होती हैं जो मीडिया में सुर्खियां नहीं बन पाती। आइए नजर डालते हैं कुछ ऐसी ही अंदर की खबरों पर...
चंडीगढ़। हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जेड श्रेणी की सुरक्षा का राज क्या है? यह आप शायद नहीं जानते। दुबई में मैकेनिक का काम करने वाले रेवाड़ी जिले के जिस युवक ने दुष्यंत को चुनाव के दौरान जान से मारने की धमकी दी थी, वह कई बार पुलिस की जांच में शामिल हो चुका है। पुलिस की दरियादिली देखिए कि अभी तक उस युवक को गिरफ्तार नहीं किया गया, जिससे दुष्यंत की जान को खतरा है, लेकिन सुरक्षा के लिए दुष्यंत को जेड श्रेणी के सुरक्षा कवच से जरूर ढांप दिया गया। धमकी देने वाले युवक के प्रति पुलिस खासी मेहरबान है। उसे सिर्फ इसलिए गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, क्योंकि युवक जांच में सहयोग कर रहा है, मगर दुष्यंत को इसलिए भारी-भरकम सुरक्षा दे दी गई कि कहीं यह युवक उन पर जानलेवा हमला न कर दे। किसी अपराधी को थाने में बैठाकर बिरयानी खिलाने का यह अंदाज गजब है भाई।
...बीच में तेरा जुनून
हरियाणा के अफसरों पर आजकल फिट रहने का खूब जुनून सवार है। अलग-अलग अंदाज में एक्सरसाइज करते फोटो वायरल करना उनके लिए भले ही सामान्य बात हो, लेकिन इन स्टार अफसरों से प्रेरणा लेकर हर किसी का जिम या खेल के मैदान की तरफ दौड़ना उत्साहजनक हो गया है। यही मोदी का मूल मंत्र भी है। सीएम मनोहर लाल खुद सुबह को योग करते हैं।
हाल ही में खेल निदेशक बने सीनियर आइएएस संजीव वर्मा जब भी किसी दौरे पर होते हैं तो वह अपने ड्राइवर को गाड़ी चलाने को कहते हैं और उसके पीछे-पीछे खुद दौड़ते चले जाते हैं। एचसीएस योगेश कुमार भी जिम में खूब पसीना बनाते हैं। महिला आइएएस सोनल गोयल भी नियमित योग और व्यायाम करती हैं। हाल ही में दंगल गर्ल गीता फौगाट और बबीता फौगाट के साथ आइएएस अधिकारी सोनल गोयल का एक शानदार शूट भी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में रहा है।
हारे हुए मंत्रियों का दिल का दर्द
मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस बार पहली दफा वित्त मंत्री के नाते अपना पहला बजट पेश करने वाले हैं। मुख्यमंत्री के बजट की पोटली 28 फरवरी को खुलेगी। मुख्यमंत्री ने हर क्षेत्र के लोगों से बजट पर उनकी राय ली। पहले सांसदों के संग दो बार मंथन हुआ। फिर लगातार तीन दिन तक विधायकों के साथ चर्चा की गई। हुड्डा और चौटाला भले ही इस अच्छी पहल से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन पिछली भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके 10 नेताओं के दिल में भी कहीं न कहीं कोई दर्द छिपा हुआ है। चुनाव में भाजपा सरकार के आठ मंत्री हार गए थे और दो मंत्रियों के टिकट कट गए थे। इन पूर्व मंत्रियों के दिल में टीस छिपी है कि आखिर.. हमसे भी तो बजट के बारे में कोई राय ली जा सकती थी। भले ही हम कोई राय देते या नहीं देते, लेकिन पार्टी में हमारा सम्मान जरूर बढ़ता।
हरियाणा में सरकारी और प्राइवेट थानों के स्टाल
हरियाणा में गब्बर के नाम से मशहूर गृह मंत्री अनिल विज की उस बात में कुछ तो दम है, जिसमें विज कहते हैं कि राज्य में समानांतर थाने चल रहे हैं। एक थाना सरकार का और दूसरा प्राइवेट थाना एसएचओ खुद का चला रहे हैं। रोहतक सिविल लाइन थाने के निरीक्षण के दौरान एसपी व डीसी के सामने गृह मंत्री विज जब इतनी संगीन बात खुले तौर पर कह सकते हैं तो राज्य की कानून व्यवस्था का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। गब्बर को जानकारी मिली है कि जो मामले लेन-देन कर सेटल करने होते हैं, उन्हें रिकार्ड में नहीं चढ़ाया जाता। बात बन गई तो कागज गायब और नहीं बनी तो सरकारी थाने के रजिस्टर में एफआइआर दर्ज। यह हकीकत है राज्य के पुलिस थानों की। अब गब्बर हकीकत तो जान गए, लेकिन इस दर्द की दवा भी तो उन्हीं के पास है। (प्रस्तुति: अनुराग अग्रवाल)
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