अपराध से जुड़े सैंपल फेल होने पर हाईकोर्ट सख्त

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा में अपराध के मामलों मेें ब्लड व अन्‍य सैंपल के फेल होने पर चिंता जताई है। अदालत ने काफी संख्‍या में इन सैंपलों के फेल हाेने पर बुधवार को स्‍वत: संज्ञान लिया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2015 06:00 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2015 06:41 PM (IST)
अपराध से जुड़े सैंपल फेल होने पर हाईकोर्ट सख्त

चंडीगढ़ [दयानंद शर्मा]। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा में अपराध के मामलों मेें ब्लड व अन्य सैंपल के फेल होने पर चिंता जताई है। अदालत ने काफी संख्या में इन सैंपलों के फेल हाेने पर बुधवार को स्वत: संज्ञान लिया। हाई काेर्ट की एकल पीठ ने सैंपलों को सही स्थिति में लैब तक पहुुंचाने के लिए आवश्यक संसाधन मुहैया कराने काे कहा। इस मामले पर प्रदेश के डीजीपी से जवाब तलब किया है। इस संबंध में हाईकोर्ट ने करनाल के मुधबन स्थित फॉरेंसिक लैब के निदेशक से भी सुझाव मांगा है।

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जस्टिस राजीव भल्ला की पीठ ने इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए बुधवार को सुनवाई की। इससे पूर्व हरियाणा सरकार की ओर से बताया गया था कि प्रदेश में अभी सीन ऑफ क्राइम की 12 जिलों में टीमें मौजूद हैं जो मौके से नमूने लेती हैं। बचे हुए नौ जिलों में भी इन टीमों की नियुक्ति के मामले पर विचार किया जा रहा है। यह प्रस्ताव संबंधित विभाग के पास लंबित है।

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सरकार के तरफ से बताया गया कि प्रदेश के सभी थानों के इंचार्ज को यह निर्देश जारी किए गए हैं कि वे लिए गए ब्लड व अन्य सैंपल को ठंडे स्थान पर सुरक्षित तरीके से रखें ताकि इसे सही स्थिति में लैब तक पहुंचाया जा सके। यह भी कहा गया है कि इस प्रकार के सैंपलों को 24 घंटे से अधिक समय तक अपने पास न रखें और इसी जल्द से जल्द लैब तक पहुंचा दें।

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सरकार की ओर से बताया गया कि इसके साथ ही लैब को बेहतर सुविधा मुहैया करवाने की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं। जिस लैब में ब्लड सैंपल चेकिंग के लिए भेजे जाते हैं उन्हें एयरकंडीशन बनाने के लिए सिफारिश की गई है।

इस जवाब पर हाईकोर्ट ने असंतुष्टि जताते हुए कहा कि अभी इस दिशा में बहुत कुछ किया जाना बाकी है । डीजीपी मधुबन फॉरेंसिक लैब के निदेश्ाक के साथ बैठक कर पूरी व्यवस्था की समीक्षा करें। वे यह देखें कि जांच करने वाले व सैंपल लाने वाले कर्मियों को बेहतर संसाधन उपलब्घ कराने के साथ बेहतर ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि सैंपलों को लैब तक उसकी सबसे अच्छी स्थिति में पहुंचाया जा सके। यह भी देखा जाए कि पुलिस टीम को ऐसा करने के लिए किस-किस इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है।

उल्लेखनीय है कि अपराधाें के बाद पुसिल व सीन आॅफ क्राइम टीम द्वारा सैंपल काफी संख्या में फेल हाे जाते हैंं, इससे अपराधियों को मुकदमे में फायदा हो जाता है। कई मामलों में तो वे छूट जाते हैं।

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