हरियाणा गणतंत्र दिवस पर बनेगा दूसरे राज्‍यों के लिए नजीर, बेटियों पर आधारित होंगे समारोह

हरियाणा इस बर गणतंत्र दिवस समारोह में दूसरे राज्‍यों के लिए नजीर बनेगा। हरियाणा में गणतंत्र दिवस समाराेह लड़कियों पर आधारित होंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Wed, 15 Jan 2020 06:19 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jan 2020 07:36 AM (IST)
हरियाणा गणतंत्र दिवस पर बनेगा दूसरे राज्‍यों के लिए नजीर, बेटियों पर आधारित होंगे समारोह
हरियाणा गणतंत्र दिवस पर बनेगा दूसरे राज्‍यों के लिए नजीर, बेटियों पर आधारित होंगे समारोह

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में अन्‍य राज्‍यों के लिए नजीर बनेगा। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में दूसरे राज्यों को पहले ही राह दिखा चुका हरियाणा इस बार बड़ा कदम उठाने जा रहा है। राज्‍य में इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह पूरी तरह बेटियों पर केंद्रित रहेगा। सभी गांवों में स्कूल स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों में जहां पिछले एक साल के दौरान जन्मी बेटियां विशेष मेहमान होंगी, वहीं ध्वजारोहण भी सर्वाधिक पढ़ी-लिखी बेटी द्वारा कराया जाएगा।

एक साल में जन्मी बेटियां होंगी विशेष मेहमान, बैठाई जाएंगी पहली पंक्ति में

गणतंत्र दिवस समारोह में 20 जनवरी 2019 से लेकर 20 जनवरी 2020 तक गांव अथवा वार्ड में जन्म लेने वाली बेटियों को उनकी माताओं के साथ अग्रिम पंक्ति में बैठाया जाएगा। इसके लिए स्कूल मुख्याध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई है जो ग्राम पंचायत की मदद से ऐसी बेटियों के परिजनों से संपर्क करेंगे।

बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तथा संविधान दिवस का समावेश होगा गणतंत्र दिवस समारोह

गणतंत्र दिवस समारोह बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ तथा संविधान दिवस का समावेश होगा। बेटी से ध्वजारोहण के जरिये 'बेटियों का सलाम राष्ट्र के नाम' संदेश देने का प्रयास किया जाएगा। वहीं, स्कूली बच्चों द्वारा संविधान दिवस को समर्पित स्किट, सांस्कृतिक कार्यक्रम, मौलिक अधिकारों का संदेश देने वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान गांव की उन लड़कियों को सम्मानित भी किया जाएगा जिन्होंने पिछले शिक्षा सत्र के दौरान बेहतर प्रदर्शन किया है या फिर विभिन्न प्रतियोगिताओं में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई।

एग्जाम फोबिया से बाहर निकलेंगे ग्रामीण बच्चे

ग्रामीण अंचल में पढऩे वाले बच्चों को एग्जाम फोबिया से निकालने के लिए गणतंत्र दिवस पर मुहिम शुरू होगी। इसके तहत न केवल स्कूल स्तर पर एक काउंसलिंग का सत्र होगा बल्कि सोशल मीडिया पर भी जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। 'बेटियों का संदेश-परीक्षा में मेहनत का निवेश' बैनर तले सर्वाधिक पढ़ी-लिखी लड़की द्वारा छोटे बच्चों को संदेश दिया जाएगा कि वह परीक्षा को बोझ न मानकर एक स्वस्थ प्रतियोगिता मानकर उतरें।

परीक्षा में पास होने की योजना, परीक्षा की तैयारी कैसे करें, अच्छे अंक कैसे प्राप्त करें, महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य विषयों को प्राथमिकता देने के लाभ, एग्जाम नोट्स बनाना क्यों जरूरी है, इसका विशेष व्याख्यान होगा। शिक्षाविद् ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को यह भी बताएंगे कि परीक्षा के दिनों में किस तरह से समय-सारणी बनाकर पढ़ाई की जाए। इसके अलावा विद्यार्थियों को फेसबुक, वाट्स-एप, इंस्टाग्राम आदि पर 'नकल रहित तनाव मुक्त परीक्षा' के नाम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

सोशल मीडिया ग्रुप में विद्यार्थियों को परीक्षा के दिनों में तनाव मुक्त रहने के गुर सिखाए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर सोशल मीडिया पर समय-समय पर विद्यार्थियों को संदेश भी जारी करेंगे।

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