घटिया केबल बिछाने पर 10 ठेकेदारों की पेमेंट रोकी, सात कार्यकारी अभियंता चार्जशीट
घटिया क्वालिटी की केबल डालने के मामले में ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत पर सरकार ने सख्ती दिखाई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में बिजली की घटिया क्वालिटी की केबल डालने के मामले में ठेकेदार और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत पर सरकार ने सख्ती की है। बिजली निगमों के चेयरमैन शत्रुजीत कपूर ने 10 ठेकेदारों को नोटिस देते हुए उनकी 38 करोड़ रुपये की पेमेंट रोक दी है। साथ ही बिजली विभाग के सात कार्यकारी अभियंताओं (एक्सईएन) को चार्जशीट कर दिया गया है।
प्रदेशभर में बिजली चोरी रोकने और कुंडी कनेक्शन बंद करने के लिए बिजली की तारें बदली जा रही हैैं। यह काम अलग-अलग ठेकेदारों को दिया गया है। पहले चरण में दक्षिण हरियाणा में 10 और उत्तर हरियाणा में पांच ठेकेदारों को करीब 80 करोड़ रुपये के ठेके पहले चरण में अलॉट किए गए हैैं।
बिजली निगमों के चेयरमैन को शिकायत मिली थी कि ठेकेदार घटिया क्वालिटी की केबल डाल रहे हैैं। उत्तर हरियाणा में अभी केबल डालने का काम पूरा नहीं हुआ है, जबकि दक्षिण हरियाणा के हिसार, नारनौल, सिरसा और पलवल जिलों में केबल डाल दी गई है।
शत्रुजीत कपूर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को केबल की जांच के आदेश दिए। कुछ अधिकारियों ने ठेकेदारों से मिलीभगत कर गलत रिपोर्ट दी। इसके बाद चेयरमैन ने मुख्यालय से टीमें भेजकर दक्षिण व उत्तर हरियाणा में केबल के 140 सैंपल लिए। उत्तर हरियाणा के ठेकेदारों को नोटिस दिए गए तो उन्होंने अच्छी क्वालिटी की केबल लगानी शुरू कर दी। चूंकि दक्षिण हरियाणा में केबल डल चुकी थी, इसलिए 10 ठेकेदारों को पेमेंट रोकते हुए अच्छी क्वालिटी की केबल डालने के निर्देश भी दिए हैं।
बिजली निगमों के पास इन ठेकेदारों की धरोहर राशि और बैैंक गारंटी पहले से जमा है। ऐसे में यदि ठेकेदारों द्वारा घटिया की जगह अच्छी क्वालिटी की केबल नहीं बिछाई जाती तो उक्त राशि से रिकवरी की जाएगी।
इन एजेंसियों का रोका भुगतान
दक्षिण में फेल हुए केबल के 70 से 75 सैैंपल
शत्रुजीत कपूर का कहना है कि मुझे कुछ स्थानों पर बिजली केबल की क्वालिटी खराब होने की सूचना मिली थी। जांच में दक्षिण हरियाणा में 70 से 75 सैैंपल फेल हो गए। 10 ठेकेदारों की 38 करोड़ की पेमेंट रोक ली गई है। साथ ही विभाग के सात कार्यकारी अभियंताओं को चार्जशीट किया गया है। भविष्य में भी भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।