इनेलाे कलह: अनुशासन समिति को नहीं मिल रहा दुष्यंत व दिग्विजय पर कार्रवाई का आधार

इनेलाे अनुशासन समिति को सांसद दुष्‍यंत चौटाला आैर उनके भाई दिग्विज चौटाला के खिलाफ कार्रवाई करने का आधार नहीं मिल रहा है। यही कारण है कि दोनों के खिलाफ कार्रवाई पर दुविधा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 08:40 AM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 08:40 AM (IST)
इनेलाे कलह: अनुशासन समिति को नहीं मिल रहा दुष्यंत व दिग्विजय पर कार्रवाई का आधार
इनेलाे कलह: अनुशासन समिति को नहीं मिल रहा दुष्यंत व दिग्विजय पर कार्रवाई का आधार

नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की अनुशासन समिति बृहस्पतिवार को सांसद दुष्यंत चौटाला और उनके छोटे भाई दिग्विजय चौटाला पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकी। पार्टी सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला तिहाड़ जेल से स्वास्थ्य जांच के लिए बाहर आए मगर उनकी मुलाकात न तो इन दोनों भाइयों से, न ही अनुशासन समिति के पदाधिकारियों से हो सकी। दरअसल, अनुशासन समिति काे दोनों भाइयाें पर कार्रवाई का आधार नहीं मिल रहा है।

इनेलो सुप्रीमो चौटाला तिहाड़ से बाहर आए मगर अनुशासन समिति के सदस्‍यों से नहीं हो सकी मुलाकात

ओमप्रकाश चौटाला फिलहाल नई दिल्ली के लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। उनके स्वास्थ्य की जांच शुक्रवार दोपहर होगी। इसके बाद डॉक्टर तय करेंगे कि उन्हें वापस तिहाड़ भेजा जाए या फिर इलाज के लिए कुछ दिन अस्पताल में रखा जाए।

कार्रवाई टलने के बावजूद जारी रही दुष्यंत-अभय की राजनीतिक गतिविधियां

25 अक्‍टूबर को सभी की नजर पार्टी सुप्रीमो के फैसले पर लगी थी। मगर कोई फैसला नहीं आया। माना जा रहा है कि अभी अनुशासन समिति को दुष्यंत पर कार्रवाई का कोई आधार नहीं मिल रहा है। इस बीच, दुष्यंत ने अनुशासन समिति को पार्टी कार्यालय प्रभारी के माध्यम से अपना प्रपत्र भेज दिया है, जिसमें उन्होंने समिति पर अनेक सवाल खड़े कर दिए हैं।

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दुष्यंत के साथ जनसमर्थन को देखते हुए बदली पार्टी सुप्रीमो की रणनीति

पार्टी सूत्रों के अनुसार, इनेलो सुप्रीमो ने पिछले एक माह में दुष्यंत के साथ बढ़ते युवाओं के समर्थन के कारण अपनी रणनीति बदल दी है। वह इस प्रकरण को फिलहाल किसी भी प्रकार से ठंडा कर देना चाहते हैं। यह भी जानकारी मिल रही है कि उन्होंने परिवार के प्रभावी लोगों को दुष्यंत अौर अभय चाैटाला के बीच सहमति बनाने की अनुमति दे दी है। बेशक दुष्यंत बृहस्पतिवार को दिल्ली में नहीं थे लेकिन उनकी तीनों बुआओं ने फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया है। वे चाहती हैं कि दोनों के बीच आपसी सहमति बन जाए।

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इस बीच, दुष्यंत और उनके चाचा अभय चौटाला की फरीदाबाद, गुरुग्राम से लेकर पलवल तक राजनीतिक गतिविधियां जारी रहीं। दुष्यंत बृहस्पतिवार को फरीदाबाद और फिर पलवल गए। उनके स्वागत में पार्टी के जिला स्तरीय प्रमुख पदाधिकारी नहीं थे मगर युवाओं की पूरी टीम थी। उधर, अभय चौटाला भी गुरुग्राम व पलवल जिले में सक्रिय नजर आए। पलवल जिले में बड़े धार्मिक आयोजन में अभय तब मंच पर पहुंचे जब दुष्यंत वहां से निकल गए थे।

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