हरियाणा में महंगा हुआ डीजल

हरियाणा सरकार ने दिल्ली की देखादेखी डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। वैट की दरें 12.5 फीसदी से बढाकर 16.4 फीसदी कर दी गई हैं। इस तरह राज्य में वैट दर 3.9 फीसदी बढ़ा दी गई है। इससे राज्य में डीजल 2.32 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2015 06:42 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2015 07:16 PM (IST)
हरियाणा में महंगा हुआ डीजल

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने पड़ोसी राज्य दिल्ली की देखादेखी डीजल पर वैट बढ़ा दिया है। वैट की दरें 12.5 फीसदी से बढाकर 16.4 फीसदी कर दी गई हैं। इस तरह राज्य में वैट की दर 3.9 फीसदी बढ़ा दी गई है। इससे राज्य में डीजल 2.32 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।

इस बढ़ोतरी से गेहूं पर मौसम की की मार से बेहाल किसानों को अब धान के सीजन के मौके पर चोट पड़ी है। वैट की दर बढऩे से दैनिक उपयोग की चीजों की कीमतेें भी बढ़ने की संभावना है। हरियाणा की भाजपा सरकार ने डीजल के दामों में यह बढ़ोतरी तब की है, जब दिल्ली में पेट्रोल व डीजल पर वैट की बढ़ोतरी के आम आदमी पार्टी के फैसले के विरोध में वहां की भाजपा इकाई आंदोलन कर रही थी।

इस बढ़ोतरी से पेट्रोल पंप संचालक भी खुश नहीं हैं। उनका कहना है कि इससे सेल घटने का डर है। सेल घटेगी तो इससे वैट भी कम इकट्ठा होगा। इससे सरकार को राजस्व के मामले में भी कोई फायदा नहीं होगा।
हरियाणा में सबसे सस्ता डीजल पानीपत और करनाल जिलों में मिलता है। इसकी मुख्य वजह पानीपत ऑयल रिफाइनरी के करीब होना है और जैसे-जैसे दूरी बढ़ती है तो उसी अनुपात में डीजल की कीमत में अंतर आने लगता है।

हरियाणा में वैट की दर बढऩे से पहले डीजल की कीमत 50.09 पैसे प्रति लीटर थी लेकिन, अब वैट में 3.9 फीसदी की बढ़ोतरी से लोगों को 2.32 पैसे प्रति लीटर ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। भारत पेट्रोलियम डीजल एसोसिएशन के अध्यक्ष शमशेर सिंह गोगी के मुताबिक हरियाणा में रोजाना करीब 50 लाख लीटर डीजल की बिक्री होती है और यह करीब 2300 पंपों के जरिए बिकता है।

उन्हाेंने कहा कि एक ओर जहां देशभर में कीमतें घट रही हैं वहीं हरियाणा में डीजल कारोबारियों से लेकर आम आदमी को करारी चपत लगा दी गई है। कहां तो डीजल की कीमते घट कर 47.74 पैसे प्रति लीटर होनी चाहिए थी लेकिन, 2.32 रुपए प्रति लीटर इजाफा हो गया है।

हरियाणा तीन तरफ से दूसरे राज्यों से घिरा हुआ है। यहां डीजल की होने वाली सेल में बाहरी गाडिय़ों के खरीददारों की हिस्सा 70 से 75 फीसदी है। इसका कारण यह है कि हरियाणा में पड़ोसी राज्यों की तुलना में डीजल के दाम कम थे लेकिन, अब जीएसटी लागू करने के चक्कर में की जा रही एक समान दरों का नुकसान राज्य में डीजल के कारोबार पर पड़ेगा।

हरियाणा के 25 फीसदी डीजल खरीददारों में से आधा हिस्सा कृषि क्षेत्र खरीदता है। इस तरह डीजल पर वैट बढऩे से हरियाणा में डीजल की सेल में गिरावट आएगी क्योंकि पड़ोसी राज्यों के खरीददारों को उन्हीं के इलाके में इसी रेट पर तेल मिलने लगेगा। इसका असर राज्य में वैट कलेक्शन पर पड़ेगा।

दिल्ली सरकार ने बीते दिन ही पेट्रोल और डीजल के वैट में पांच फीसदी तक बढोतरी कर दी थी। जिससे राजधानी में इनके दामों में क्रमश: 2.78 रुपये और 1.83 रुपये प्रति लीटर की बढोतरी हो जाएगी। दिल्ली सरकार ने पेट्रोल पर वैट की दर 20 से बढाकर 25 प्रतिशत कर दी गयी है और डीजल पर यह 12.5 से बढाकर 16.6 प्रतिशत की गई है।

chat bot
आपका साथी