कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहे बैंक एटीएम

मथुरादास लाजवंती सुभाष हितैषी फाउंडेशन के चेयरमैन भारत हितैषी ने बैंकों के एटीएम प्रयोग के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाने पर चिता व्यक्त की है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Sep 2020 05:51 PM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 05:07 AM (IST)
कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहे बैंक एटीएम
कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहे बैंक एटीएम

जागरण संवाददाता, पंचकूला: मथुरादास लाजवंती सुभाष हितैषी फाउंडेशन के चेयरमैन भारत हितैषी ने बैंकों के एटीएम प्रयोग के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाने पर चिता व्यक्त की है। भारत हितैषी का मानना है कि कोरोना के दौर में लोग अपने पैसे जमा करवाने या निकलवाने के लिए बैंकों के अंदर जाने की बजाय एटीएम का अधिक प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने शहर के कई बैंकों के एटीएम में विजिट करने के दौरान पाया कि बैंक प्रशासन द्वारा इन सावधानियों का न तो पालन किया जा रहा है और न ही आम जनता एटीएम प्रयोग करते समय इन सावधानियों पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राहक को तभी एटीएम में प्रवेश करने दिया जाए, यदि उसने मास्क पहना हो। एटीएम में प्रवेश करने से पहले बैंक कर्मचारी द्वारा प्रत्येक ग्राहक के हाथों को सेनिटाइज करवाया जाए और एटीएम प्रयोग से पहले कर्मचारी द्वारा थर्मामीटर गन से टेंपरेचर चेक किया जाए, ताकि किसी संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति द्वारा एटीएम प्रयोग से कोरोना को बढ़ावा न मिले। बाजारों व पार्कों में घूमते रहते हैं कोरोना मरीज

भारत हितैषी ने कहा कि बैंक प्रशासन द्वारा अपने एटीएम के कीपैड, पूरी एटीएम मशीन, कमरे को और पूरे दस्तावेज हैंडल, चिटकिनी आदि को दिन में दो से तीन बार सेनिटाइज किया जाना चाहिए। महासचिव चरणजीत आहूजा, मुख्य सलाहकार बीके गुप्ता, मुख्य मार्गदर्शक एसके शर्मा, संगठन सचिव सुभाष शर्मा ने प्राइवेट लैबो के रवैया पर चिता व्यक्त करते हुए कहा कि रोजाना बड़ी संख्या में आम जनता अधिकृत प्राइवेट लैबों से अपने कोरोना टेस्ट करवा रहे हैं, लेकिन प्राइवेट लैब इन टेस्टों की रिपोर्ट तुरंत सिविल सर्जन कार्यालय को नहीं भेजती, जिससे कोरोना मरीज आने के बावजूद भी सरेआम बाजारों व पार्कों में लोग घूमते रहते हैं और दूसरों में संक्रमण फैला रहे हैं। जो लोग प्राइवेट लैब से टेस्ट करवा रहे हैं, वह अपना नाम व पता भी सही नहीं लिख पाते, जिससे पॉजिटिव मरीजों और उनके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को ट्रेस करना मुश्किल हो जाता है और बीमारी फैलती है।

प्राइवेट लैबों को दिए जाएं कड़े निर्देश

मार्गदर्शक अमित गुप्ता, एनके खोसला, एसके वर्मा, प्रेम लाल गुप्ता, भारत हितैषी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि प्राइवेट लैबोरेटरी को कड़े निर्देश दिए जाएं कि किसी भी व्यक्ति का सैंपल लेने से पहले उसका आधार कार्ड व अन्य जानकारी की पुष्टि अच्छी तरह करें। उसके बाद ही सैंपल की रिपोर्ट आते ही उसे संबंधित जिला स्वास्थ्य अधिकारी और सिविल सर्जन को सूचित करें। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वह न तो इस बीमारी को हल्के में ले और न ही सामाजिक कलंक समझें, हम सबको इसे मिलकर मुकाबला करना होगा।

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