घोटाला उजागर करनेवाले IAS खेमका ने ही ढींगरा आयोग की जांच पर उठाए सवाल

गुरुग्राम के भूमि घाेटाले को उजागर करने वाले आइएसएस अफसर डॉ. अशोक खेमका ने ही जस्टिस एसएस ढ़ीगरा आयोग की रिपोर्ट पर सवाल उठा दिए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 02 Sep 2018 11:32 PM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 01:23 PM (IST)
घोटाला उजागर करनेवाले IAS खेमका ने ही ढींगरा आयोग की जांच पर उठाए सवाल
घोटाला उजागर करनेवाले IAS खेमका ने ही ढींगरा आयोग की जांच पर उठाए सवाल

जेएनएन, चंडीगढ़। गुरुग्राम में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ लैंड डील में कथित गड़बड़झाले का खुलासा कर सुर्खियों में आए सीनियर आइएएस डॉ. अशोक खेमका ने ढींगरा आयोग की जांच पर ही सवाल उठा दिए हैं। खेमका ने ट्वीट में दावा किया कि जस्टिस ढींगरा आयोग की जांच समय और जनता के पैसे की बर्बादी के सिवाय कुछ नहीं।

भूमि घाटाले में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राॅबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआइआर दर्ज किए जाने के बाद खेमका ने इस मामले पर ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा कि एक प्राइवेट व्यक्ति कर भी क्या सकता है? सरकार तीन साल पहले ही कुछ कर सकती थी। सरकार के पास सरकारी रिकॉर्ड और उनकी (खेमका की) 21 मई 2013 व 12 फरवरी 2015 की रिपोर्ट थीं। खेमका ने इशारा किया कि एक भ्रष्ट को बचाना भी भ्रष्ट कृत्य है। खेमका के ट्वीट के हर कई अपने-अपने मायने जाहिर कर रहा है।

बता दें कि शिकोहपुर गांव की इस जमीन घोटाले का खुलासा भी करीब एक दशक पहले खेमका ने किया था। खेमका ने अपनी सौ पेज की रिपोर्ट में वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी द्वारा 3.53 एकड़ जमीन खरीद सौदे को कठघरे में खड़ा कर दिया था। इस पर काफी हंगामा हुआ था और पूरा मामला पूरे देश में सुर्खियों में आ गया था। इसके बाद खेमका को तत्‍कालीन सरकार ने किनारे लगा दिया था।

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बाद में हरियाणा में मनोरहलाल के नेतृत्‍व में सरकार के गठन के बाद सेवानिवृत न्‍यायाधीश जस्टिस एसएन ढींगरा आयोग से शिकोहपुर जमीन घोटाले की जांच कराई गई। आयोग ने 182 पेज की रिपोर्ट प्रदेश सरकार को सौंप दी है, लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के कारण रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आयोग की जांच पर सवाल उठाते हुए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने पर रोक लगाने की मांग की थी।

खेमका द्वारा पूरे मामले में दी गई इस प्रतिक्रिया देने से कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं अौर इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। खेमका ने अपने ट्वीट में इस मामले में कार्रवाई में देरी पर भी प्रश्‍न उठाया है। इसके राजनीतिक मतलब भी निकाले जा रहे हैं।

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सीएम बोले-कानून किसी को छोड़ने वाला नहीं

दूसरी ओर, झज्‍जर के साल्हावास सीएम मनोहर लाल ने पूर्व मुख्‍यमंंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तथा राबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआइआर दर्ज हाेने पर कहा कि कानून अपना काम कर रहा है। कानून किसी को छोड़ने वाला नहीं। जो भी दोषी होगा उसको सजा मिलेगी। इस मामले में राजनीतिक बदले जैसी कोई बात नहीं है। गड़बड़ी करने वालों को सजा देना कानून का काम है और कानून अपना काम कर रहा है।

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हुड्डा बोले- सरकार ने अपी विफलता से ध्‍यान हटाने को यह कदम उठाया

अपने खिलाफ पूर्व सीए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार जनता का ध्यान पेट्रोल-डीजल की वृद्धि से भटकाने के लिए यह सब कर रही है। हुड्डा ने भी नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि चार साल से हर मोर्चे पर फ्लाप रही भाजपा सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसी एफआइआर दर्ज कर रही है।

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हुड्डा ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कोई गलत काम नहीं किया। एफअाइआर राजनीति से प्रेरित है। पहले भी भाजपा सरकार ने ढींगड़ा आयोग का गठन किया था। इसमें भी वह पाक-साफ निकले हैं। भाजपा सरकार को न्यायपालिका में विश्वास नहीं है लेकिन उन्हें पूरा विश्वास है। हुड्डा ने भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, मैं जहां जाता हूं वहां लाखों की भीड़ जुटती है लेकिन भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों में कोई नहीं आता। इसलिए यह सब किया जा रहा है।

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