एएनएम-जीएनएम परीक्षाएं : दो महिला अफसरों पर गाज की तैयारी

हरियाणा के नर्सिंग कालेजों में एएनएम और जीएनएम की परीक्षाएं कराने के मामले में दो महिला अध्‍ािका‍रियों पर गाज गिराने की तैयारी की जा रही है। ये परीक्षाएं कराने वाली परीक्षा नियंत्रक निरुपमा कृष्ण और नर्सिंग कोर्स की प्रशिक्षण प्रभारी मालती के विरुद्ध विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Tue, 30 Jun 2015 07:11 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2015 12:38 PM (IST)
एएनएम-जीएनएम परीक्षाएं : दो महिला अफसरों पर गाज की तैयारी

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा के नर्सिंग कालेजों में एएनएम और जीएनएम की परीक्षाएं कराने के मामले में दो महिला अध्ािकारियों पर गाज गिराने की तैयारी की जा रही है। ये परीक्षाएं कराने वाली परीक्षा नियंत्रक निरुपमा कृष्ण और नर्सिंग कोर्स की प्रशिक्षण प्रभारी मालती के विरुद्ध विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई है। राज्य सरकार ने बिना रिजल्ट घोषित किए इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया था।

प्रदीप कासनी चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक पद छोड़ते-छोड़ते दे गए रिपोर्ट

आरोप है कि परीक्षा नियंत्रक और प्रशिक्षण प्रभारी की लापरवाही से नर्सिंग कालेजों में गलत ढंग से परीक्षाएं हुईं। जिस कारण चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के महानिदेशक पद से रिलीव होने से पहले प्रदीप कासनी ने इस संबध में राज्य सरकार को रिपोर्ट दी है। कासनी ने मंगलवार को अभिलेखागार विभाग के महानिदेशक का कार्यभार संभाल लिया।

कासनी के स्थान पर एचसीएस एसके सेतिया चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के महानिदेशक बनाए गए हैैं। अभिलेखागार विभाग में काम संभालने से पहले आइएएस प्रदीप कासनी ने चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के महानिदेशक के नाते एएनएम और जीएनएम की परीक्षाएं रद्द करने के राज्य सरकार के फैसले को न्याय संगत ठहराने की पूरी कोशिश की।

आइएएस की पत्नी व मेडिकल असर के विरुद्ध विजिलेंस जांच की सिफारिश

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के साथ हुई उच्च अधिकारियों की बैठक में कासनी भी शामिल हुए थे, जिसमें कासनी से एएनएम और जीएनएम की परीक्षाएं रद्द होने के मामले में रिपोर्ट मांगी गई थी। कासनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि परीक्षा नियंत्रक निरुपमा कृष्ण की नियुक्ति नियमों के विपरीत गलत ढंग से हुई थी। वे शिक्षा विभाग में काम करती हैैं।

निरुपमा आइएएस अधिकारी रमेश कृष्ण की धर्मपत्नी हैैं। उनके नेतृत्व में बोर्ड का गठन कर परीक्षाएं करा दी गई मगर उन्होंने रिजल्ट घोषित नहीं किया और वापस उन्हें शिक्षा विभाग भी भेज दिया गया। बिना परीक्षा नियंत्रक के रिजल्ट घोषित नहीं किया जा सकता था।

प्रदीप कासनी की रिपोर्ट के अनुसार नर्सिंग विषयों की ट्रेनिंग स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल आफिसर के पद पर कार्यरत मालती की देखरेख में होती थी। उन्होंने भी अपनी जिम्मेदारी का सही ढंग से निर्वाह नहीं किया। कासनी की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में नर्सिंग कालेजों ने अनुमति कम सीटों की ले रखी थी और परीक्षाएं दो से तीन गुणा अधिक छात्राओं को दिला दी गई। राज्य सरकार के पास इस तरह का कोई अधिकृत रिकार्ड उपलब्ध नहीं है कि कितनी सीटों के विपरीत कितनी छात्राओं ने परीक्षाएं दी हैैं।


नो कमेंट प्लीज

मैं चिकित्सा शिक्षा विभाग के बारे में कुछ नहीं बोलूंगा। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के महानिदेशक का कार्यभार छोड़ चुका हूं। अब सिर्फ अभिलेखागार विभाग की बात करूंगा।
- प्रदीप कासनी, आइएएस।


राज्य के 80 नर्सिंग कालेजों को बंद करने की तैयारी

हरियाणा के 80 के आसपास नर्सिंग कॉलेज और स्कूल ऐसे हैं, जो बिना अनुमति या इंडियन नर्सिंग काउंसिल की मान्यता के बिना ही खोल दिए गए हैं। यहां से ली गईं डिग्रियां भी मान्य नहीं रहेंगी। राज्य सरकार इन कालेजों को बंद करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। आठ नर्सिंग कॉलेजो को बंद करने की प्रक्रिया जल्द पूरी होने वाली है। इसके बाद अन्य फर्जी स्कूलों और कालेजों को भी बंद करने का नोटिस दिया जाएगा।


मीडिया में न जाएं अफसर : सीएम

प्रशासनिक बातों पर किसी भी अधिकारी को मीडिया में नहीं जाना चाहिए। उनका प्रशासनिक तरीके से काम करने का तरीका है।
- मनोहर लाल, मुख्यमंत्री
(कासनी द्वारा सीएम आफिस का फोन नहीं उठाने के आरोपों पर)


अशोक खेमका मिले राज्यपाल से

आइएएस अशोक खेमका ने मंगलवार को राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी से मुलाकात की है। उनकी जून माह में राज्यपाल से यह दूसरी मुलाकात है। खेमका ने पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग में की जा रही नई खोज की जानकारी राज्यपाल को दी है। हिसार के राखीगढ़ में हाल ही में पुरातन सभ्यता के अवशेष मिले हैं।

chat bot
आपका साथी