मैला मुक्त कार्यक्रम से दिया स्वच्छता का संदेश

संवाद सहयोगी, तावडू : खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के कार्यालय में बुधवार को अतिरिक्त उपायुक्त नरेश

By Edited By: Publish:Wed, 13 Jul 2016 07:27 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jul 2016 07:27 PM (IST)
मैला मुक्त कार्यक्रम से दिया स्वच्छता का संदेश

संवाद सहयोगी, तावडू : खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी के कार्यालय में बुधवार को अतिरिक्त उपायुक्त नरेश नरवाल की अध्यक्षता में मैला मुक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पंचायत समिति चेयरमैन नरेश यादव, तहसीलदार पूनम बब्बर, नायब तहसीलदार इंद्रजीत ¨सह, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी मोहन ¨सह व पंच-सरपंच तथा गणमान्य लोग मौजूद थे।

बुधवार से 18 जुलाई तक जिला मेवात के सभी गांवों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत सभी सरपंच, ग्राम सचिव व स्वयंसहायता समूह को बुलाया गया। अतिरिक्त उपायुक्त नरेश नरवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि खुले में शौचमुक्त गांव बनाने के लिए प्रथम भाग में 94 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इसमें खंड तावडू से 54 ग्राम पंचायत तथा खंड नूंह, नगीना, फिरोजपुर-झिरका एवं पुन्हाना की दस-दस ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में 11 सदस्यीय निगरानी समिति का गठन कर दिया गया है जिसका मुखिया सरंपच होगा। निगरानी समिति के ऊपर एक क्लस्टर में एक जिला स्तरीय अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। खंड तावडू में स्वच्छ भारत मिशन के तहत प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ ग्रामवासियों के साथ खुले में शौच मुक्त कराने के लिए लोगों को एक विडियो फिल्म दिखाई गई। इसके अतिरिक्त सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य ग्रामीण विकास से संबंधित स्कीमों के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण खंडवार 15 जुलाई को नूंह फिरोजपुर-झिरका में तथा 18 जुलाई को नगीना व पुन्हाना में कराया जाएगा। उन्होंने इस मौके पर कहा कि स्वच्छता रखना एक दिन का कार्य नही है बल्कि इसे हमेशा ही आदत में डाले क्योंकि स्वच्छता करने से नही रखने से रहती है। आमजन को स्वच्छता के प्रति समर्पित होना बहुत ही जरूरी है। अगर वे इसकी जानकारी रखेंगे तो इसका फायदा उन्हें ही नहीं बल्कि आने वाली पीढि़यों को भी निरंतर मिलता रहेगा। स्वच्छता के मामले में सभी ग्रामीण मिलकर मेवात को प्रदेश का अग्रणी जिला बनाए। अपने गांव को सौ प्रतिशत शौच से मुक्त बनाएं इसके लिए सरपंच, पंच सहित सभी ग्रामीण प्रयास करें। अतिरिक्त जिला समंवयक ईश्वर ¨सह डागर ने शौचालय निर्माण की तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीमारियों पर खर्च होने वाले पैसे से आसानी से एक शौचालय बनाया जा सकता है। खंड तावडू के गांवो से आए हुए प्रतिनिधियों ने गांव को निकट भविष्य में शीघ्र ही खुले में शौच मुक्त बनाने तथा खुले में शौच की प्रवृति बंद करने का आश्वासन अतिरिक्त उपायुक्त को दिया।

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